वाराणसी: रमना चौकी इंचार्ज के कार्य शैली पर उठ रहे सवाल, दो सप्ताह बाद भी गुमशुदा युवक को ढूंढ नहीं पाई पुलिस, परिजन आज भी कर रहे लौटने का इंतज़ार

 
वाराणसी। लंका थाना क्षेत्र के रमना चौकी के बाहर रमना गांव के सैकड़ों ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन करते हुए पुलिस चौकी का घेराव कर दिया था। बीते 23 मार्च को दोपहर में ग्रामीणों ने घेराव के साथ ही पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी किया था। 17 मार्च को रमना का रहने वाला युवक गायब हो गया था। पुलिस के इस ढुलमुल रवैए से ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी रोष व्याप्त है। वही ग्रामीणों ने पुलिस चौकी पर कई बार इसकी शिकायत किया गया परंतु आज भी पुलिस न तो युवक को ढूंढ पाई और ना ही उसका लोकेशन निकल पाई। 

ग्रामीणों का कहना है कि जितनी भी बार हम लोग गए, बस हम लोगों को आश्वासन देकर वापस घर को लौटा दिया गया और सिर्फ कार्रवाई की बात कही गई। वहीं जब से युवक गायब हुआ है, परिजनों का रो रो कर बुरा हाल हो गया है। ग्रामीणों का कहना है कि चौकी इंचार्ज किसी प्रकार से युवक को ढूंढने में मदद नहीं कर रहे हैं। 

बता दें कि  23 वर्षीय आनंद रत्न पटेल की गुमशुदा होने की सूचना 17 मार्च को दी गई थी। उनके परिजनों ने 18 मार्च को रमना चौकी में शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन कई दिनों बाद भी कोई ठोस कार्रवाई न होने से ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया। रमना ग्राम प्रधान अमित पटेल ने बताया कि आनंद रत्न पटेल 17 मार्च को दोपहर करीब 2 बजे मलहिया टेंगरा मोड़ के लिए घर से निकले थे, लेकिन उसके बाद से वह लौटकर नहीं आए। परिजनों के अनुसार, वे लगातार पुलिस से शिकायत कर रहे थे, लेकिन कोई ठोस प्रयास नहीं किया गया। 

आनंद रत्न पटेल के पिता जवाहर लाल पटेल खेती-किसानी का कार्य करते हैं, और परिवार अपने बेटे के अचानक लापता होने से बेहद चिंतित है। 6 सप्ताह बचने के बाद भी चौकी इंचार्ज अभी तक युवक का लोकेशन तक नहीं निकाल पाए। वही युवक के गायब होने के बाद से ही ग्रामीणों में दिन प्रतिदिन आक्रोश बढ़ता जा रहा है।