वाराणसी : निलंबित कर्मचारियों की बहाली समेत अन्य मांगों को लेकर दिया धरना, एक सप्ताह में मांग पूरी न हुई तो करेंगे हड़ताल
वाराणसी। यूपी एजुकेशनल मिनिस्ट्रीयल आफिसर्स एसोसिएशन उत्तर प्रदेश प्रान्तीय कार्यकारिणी के आह्वाहन पर मंडल अध्यक्ष दीपेंद्र कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व में सदस्यों ने संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालय पर धरना दिया। इस दौरान एनपीएस की धनराशि किसी अन्य बैंक में स्थानान्तरित किए जाने के प्रकरणों में निलम्बित किए गए निर्दोष कर्मचारियों को बहाल किए जाने तथा उनके विरूद्ध दर्ज कराई गई प्राथमिकी वापस लेने, प्रकरण की जांच, पुरानी पेंशन बहाली समेत अन्य मांगें उठाईं। चेताया कि यदि एक सप्ताह में मांग पूरी नहीं हुई तो कार्य बहिष्कार करेंगे।
कर्मचारियों ने धनराशि स्थानांतरित किए जाने वाले प्रकऱण की जांच, सत्र 2023-24 में किए गए अनियमित स्थानान्तरण निरस्त/संशोधित किए जाने, निजी व्यय के स्थानान्तरण चाहने वाले कर्मचारियों का नवीन स्थानान्तरण, उर्दू अनुवादकों का स्थानान्तरण/पारस्परिक स्थानान्तरण, मण्डल/निदेशालय स्तर से विभिन्न वेतनकमों के कर्मचारियों की पदोन्नति/पदस्थापन आदेश निर्गत करने, पंडित दीनदयाल उपाध्याय राज्य कर्मचारी कैशलेस चिकित्सा योजना के अन्तर्गत डाउनलोड हो रहे कतिपय कार्ड पर (आभा आई-डी) की प्रविष्टि अंकित न होने, मानव सम्पदा पोर्टल पर अनेको त्रुटियां/आनें वाले समस्याओं का निराकरण कराने समेत अन्य मांगें उठाईं।
कर्मचारियों ने मांगों को पूरा करने के लिए एक सप्ताह का समय दिया। चेताया कि यदि मांग पूरी नहीं हुई तो कार्यबहिष्कार करते हुए धरना-प्रदर्शन के लिए विवश होंगे। वहीं अपर शिक्षा निदेशक (बेसिक), उत्तर प्रदेश प्रयागराज कार्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन के लिए बाध्य होंगे। धरने में प्रमुख रूप से सुभाष सिंह, विशाल ल्यूक, कुन्दन सिन्हा, सुबोध श्रीवास्तव, धर्मनाथ राय, राजकुमार, ज्ञानेश्वर श्रीवास्तव, अशोक कुमार, महर्षि राज, रितेश कुमार यादव, कमलेश उपाध्याय, अजीत कुमार यादव, सुनील कुमार गुप्ता, बहादुर पटेल, सुभाष चन्द्र मिश्रा, विनय कुमार सिंह, माया देवी, देवहुती सिंह, किरण राय आदि शामिल रहे। संचालन मंडल सचिव सुभाष सिंह ने किया।