वाराणसी : अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष पर सहकारी संस्थाओं के लिए व्यावहारिक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन
वाराणसी। अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष के अवसर पर शुक्रवार को रोहनिया स्थित टिकरी में कृषक उत्पादक संगठन में सहकारी संस्थाओं के सशक्तिकरण को लेकर एक महत्वपूर्ण व्यावहारिक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम (एनसीडीसी) की ओर से आयोजित किया गया, जिसमें एम-पीएसीएस, एफपीओ और एफएफपीओ से जुड़े प्रतिनिधियों ने भाग लिया। कार्यक्रम में सहकारिता से जुड़े लोगों को व्यवहारिक जानकारी देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने पर जोर दिया गया।
सहकारी संस्थाओं की क्षमता बढ़ाने पर रहा फोकस
संस्था के अध्यक्ष अमित सिंह ने बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सहकारी संस्थाओं की संस्थागत क्षमता को मजबूत करना, उनके व्यवसायिक विकास को गति देना, वित्तीय साक्षरता बढ़ाना और डिजिटल सशक्तिकरण को प्रोत्साहित करना है। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम सहकारी संस्थाओं को आधुनिक चुनौतियों के अनुरूप तैयार करने में अहम भूमिका निभाते हैं।
मुख्य अतिथि ने सहकारिता के महत्व पर डाला प्रकाश
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पंजाब सिंह, कुलपति, रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, झांसी ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने सहकारिता की अवधारणा और इसके सामाजिक व आर्थिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सहकारी संस्थाएं किसानों और ग्रामीण समाज को सशक्त बनाने का मजबूत माध्यम हैं।
एनसीडीसी की योजनाओं और वित्तीय सहायता की जानकारी
विशिष्ट अतिथि धनंजय सिंह, बोर्ड सदस्य, एनसीडीसी ने एनसीडीसी द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं और वित्तीय सहायता प्रणाली की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किस प्रकार सहकारी संस्थाएं इन योजनाओं का लाभ उठाकर अपने कार्यों का विस्तार कर सकती हैं और आर्थिक रूप से मजबूत बन सकती हैं।
महिलाओं की सक्रिय भागीदारी से कार्यक्रम रहा खास
कार्यक्रम में 100 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया, जिनमें 50 से अधिक महिलाएं शामिल रहीं। प्रशिक्षण सत्रों के दौरान सुशासन, व्यवसाय योजना, बाजार से जुड़ाव, वित्तीय प्रबंधन, ऋण सुविधाएं और डिजिटल प्लेटफॉर्म के उपयोग पर व्यावहारिक जानकारी दी गई, जिसे प्रतिभागियों ने काफी उपयोगी बताया।
सरकारी योजनाओं और कार्बन क्रेडिट पर जानकारी
कार्यक्रम के दौरान उपनिदेशक कृषि विभाग अमित जायसवाल ने केंद्र और राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी दी। वहीं, क्षेत्रीय वन अधिकारी दिवाकर दुबे ने किसानों को कार्बन क्रेडिट के बारे में बताते हुए इसके संभावित लाभों पर प्रकाश डाला।
एनसीडीसी अधिकारियों के मार्गदर्शन में हुआ आयोजन
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन संजय कुमार, क्षेत्रीय निदेशक, एनसीडीसी लखनऊ और नागेन्द्र सिंह, उप निदेशक, एनसीडीसी लखनऊ के मार्गदर्शन में किया गया। प्रतिभागियों ने कार्यक्रम को ज्ञानवर्धक बताते हुए भविष्य में भी ऐसे आयोजनों की आवश्यकता पर बल दिया।