काशी में होने वाले देव दीपावली को लेकर वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट ने कसी अपनी कमर, तैयारियों का ले रहे जायजा

 

वाराणसी। काशी के सबसे बड़े उत्सव देव दीपावली को लेकर वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट तैयारी में लग चुका है। अनुमान लगाया जा रहा की 27 नवंबर को काशी के घाटों पर 10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं का हुजूम देव- दीपावली की भव्यता और दिव्यता को देखने के लिए पहुंचेगा। इसके मद्देनजर नौका संचालन भीड़ को नियंत्रित और यातायात व्यवस्था संबंधित तैयारी को लेकर वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट ने कमर कस ली है।

वाराणसी की देव दीवाली अद्भुत है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इसकी भव्यता की तारीफ कर चुकें हैं। काशी का यह अद्भुत आयोजन 27 नवम्बर को होगा। इस आयोजन को महज 4 दिन ही बचा हुआ हैं। जिसको लेकर वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट और जिला प्रशासन तैयारी को अंतिम रूप देने में लगा हुआ है। वाराणसी के अस्सी घाट पर नविकों और पुलिस के अधिकारियों के साथ एक बड़ी बैठक की गई थी। 

नाविकों का ब्रेथ एनालाइजर से किया गया जांच, लाइफ जैकेट पहनने के लिए दी गई चेतावनी 
पुलिस कमिश्नर वाराणसी के निर्देश पर देव दीपावली पर्व को ध्यान में रखते हुए सुरक्षित एवं सकुशल नौकायन कराया जाएगा। जिसको लेकर कोतवाली सर्किल क्षेत्र के नमो घाट, राजघाट व प्रहलाद घाट पर जल पुलिस थाना प्रभारी आदमपुर चौकी प्रभारी आदमपुर व सहायक पुलिस आयुक्त कोतवाली के द्वारा ब्रेथ एनालाइजर के माध्यम से नशा करने वाले नाविको को चेक किया गया। नौका विहार के दौरान सवारियों को लाइफ सेविंग जैकेट नहीं देने वाले नाविकों को चेतवानी व उनको सुरक्षा के प्रति जागरूक किया गया।

नशा मुक्ति के लिए किया गया बैठक दी गई थी चेतावनी 
बैठक में नविकों को दिशा निर्देश दिया गया कि वह अपनी नाव पर क्षमता से अधिक पर्यटकों को नहीं बैठाएंगे। सभी नावों पर सुरक्षा उपकरण रखने का निर्देश दिया गया। वहीं नविकों को यह भी जानकारी दी गई की गंगा नदी में डिवाइड लगाया जाएगा, जिसमें एक तरफ से सभी नाव दशाश्वमेध घाट के तरफ जाएंगे, तो वहीं दूसरी तरफ एक नाव अस्सी के तरफ आएंगे। पुलिस अधिकारियों ने नविकों को दिशा निर्देश देते हुए कहा कि कोई भी नाविक नशा करके नाव नहीं चलाएगा। इसको लेकर 5 दिन पहले से ही एक अभियान चलाया जाएगा और सभी की प्रमुखता से जांच की जा रही है।

वाराणसी पुलिस कमिश्नर और डीएम ने घाटों का किया था निरीक्षण
वाराणसी पुलिस कमिश्नर एवं जिलाधिकारी ने अधिकारियों एवं पुलिस सुरक्षा अधिकारियों के साथ वाराणसी के घाट एवं गलियों का भ्रमण किया था। भ्रमण के दौरान उन्होंने उन गलियों को चिन्हित किया, जहां से पर्यटक बाहर जा सके एवं उन रास्तों को चिन्हित किया गया। जहां से भीड़ घाटों पर पहुंच सके, भीड़ को नियंत्रित करने के लिए विभिन्न स्थानों पर वेरीकेटिंग की व्यवस्था एवं भीड़ को अन्य रास्तों से घाट पर भेजने की व्यवस्था देखी गई और अधिकारियों को इस पर काम करने के लिए दिशा निर्देश दिया गया।