वाराणसी :  अब अंधेरे में रात नहीं गुजारेंगे शहरवासी, तीन लाइनों से जुड़ेंगे बिजली घर 

मेजर फाल्ट होने पर शहरवासियों को अब अंधेरे में रात नहीं गुजारनी होगी। शहर के बिजली घरों को तीन लाइनों से जोड़ा जाएगा। ताकि एक लाइन में फाल्ट आने पर दूसरे से उपकेंद्र को संचालित किया जा सके। वहीं लोगों को लगातार बिजली मिलती रहे। 
 

वाराणसी। बड़ी तकनीकी खराबी होने पर शहरवासियों को अब अंधेरे में रात नहीं गुजारनी होगी। शहर के बिजली घरों को तीन लाइनों से जोड़ा जाएगा। ताकि एक लाइन में फाल्ट आने पर दूसरे से उपकेंद्र को संचालित किया जा सके। वहीं लोगों को लगातार बिजली मिलती रहे। 

बिजली घरों को अतिरिक्त स्रोतों से जोड़ने पर 267 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। काम के शुरूआती दौर में आरएमयू (रिंग मेन यूनिट) के जरिये पहले दो स्रोतों से जोड़ा जाएगा। इस पर पूर्वांचल डिस्काम ने काम शुरू कर दिया है। बिजली लाइन में फाल्ट आने पर घंटों आपूर्ति बाधित रहती है। कई बार ऐसा होता है कि शहरवासियों को पूरी रात अंधेरे में गुजारनी पड़ती है। 

समस्या से निजात के लिए बिजली निगम ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के हत प्रत्येक बिजली घर को आरएमयू के जरिये तीन स्रोतों से जोड़ने की योजना बनाई है। इसमें 33 और 11 केवी लाइनों को सप्लाई के लिए तीन सोर्स दिए जाएंगे। लाइन में फाल्ट आने पर आटोमेटिक दूसरी लाइन से सप्लाई शुरू हो जाएगी। यदि दूसरी लाइन में फाल्ट आया तो तीसरी लाइन चालू हो जाएगी।