वाराणसी : सीएम एंग्लो बंगाली इंटर कालेज में मोटिवेशनल वर्कशाप, छात्रों को परीक्षा के दबाव से उबरने का तरीका बताया
वाराणसी। सीएम एंग्लो बंगाली इंटर कालेज भेलूपुर में रजत जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में अतिमहत्वाकांक्षी योजना चिन्तामणि एजुकेशनल क्लिनिक के तहत यस, यू कैन! एक मोटिवेशनल वर्कशाप तथा काशी में सहयात्रा का 125 वर्ष विषयक गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ विद्यालय के प्रधानाचार्य डा. विश्वनाथ दुबे, खोजवां राष्ट्रीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य डा. जीतेन्द्र पटेल, सतीश मिश्रा और क्रिकेटर आनन्द मिश्रा ने मां सरस्वती एवं संस्थापक चिन्तामणि जी के प्रतिकृति के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलन कर किया। इसमें वक्ताओं ने छात्रों को परीक्षा के दबाव से उबरने का तरीका बताया।
अतिथियों का स्वागत प्रधानाचार्य ने अंगवस्त्रम एवं माल्यार्पण कर किया। विद्यालय के प्रवक्ता राघवेन्द्र कुमार त्रिपाठी ने स्वरचित गीत गाकर छात्रों एवं अतिथियों का मानवर्धन किया। इस अवसर पर प्रधानाचार्य ने विद्यालय के संघर्ष का इतिहास, विश्व पटल पर पहुंचे यहां के नक्षत्रों की मेहनत उनकी उपलब्धि को छात्रों को बताया एवं मोटिवेशनल विडियो के माध्यम से परीक्षा के दबाव से निकलने एवं हिम्मत न हारिए जैसे महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर सबका ध्यान आकृष्ट किया। छात्रों को उनके भविष्य से परिचित कराते हुए डा. दुबे ने कहा कि सफलता का आधार त्याग एवं परिश्रम है। जो इससे पीछे हटा वो कभी सफल नहीं हुआ। महानतम क्रिकेटर सचिन तेन्दुलकर हों, महान वैज्ञानिक एवं पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम हों या कोई भी महान शख्सियत, सभी ने त्याग किया है।
इस अवसर पर छात्रों ने भी अपनी अपनी समस्याओं को प्रकट किया। इस पर मोटिवेशनल स्पीकरों ने समस्या का समाधान भी बताया। एजुकेशनल क्लिनिक विद्यालय की ओर से 2016 से अनवरत संचालित की जा रही है। कार्यक्रम में विद्यालय के प्रवक्ता राजकुमार पाठक, डा. पीयूष दत्त सिंह, डा. समीर कुमार श्रीवास्तव ने मोटिवेशनल स्पीकर के रूप में अपने अनुभव साझा किए। इस अवसर पर मोनिका यादव, चन्द्रशेखर राम, शिवकुमार प्रसाद, मनोज बिन्द व दर्जनों छात्र उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन नारायणजी दुबे तथा धन्यवाद ज्ञापन प्रधानाचार्य डा. विश्वनाथ दुबे ने किया।