वाराणसी :  स्वतंत्रता दिवस पर कजरी का आयोजन, गायकों ने अपनी प्रस्तुतियों से बांधा समां, झूमे श्रोता 

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सांसद आदर्श ग्राम नागेपुर स्थित लोक समिति के आंगन में आशा ट्रस्ट,लोक समिति और दिहाड़ी मजदूर संगठन की ओर से कजरी महोत्सव का आयोजन किया गया। इसमें गायक कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियों से समा बांध दिया और श्रोताओं की तालियां बंटोरी। 
 

वाराणसी। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सांसद आदर्श ग्राम नागेपुर स्थित लोक समिति के आंगन में आशा ट्रस्ट,लोक समिति और दिहाड़ी मजदूर संगठन की ओर से कजरी महोत्सव का आयोजन किया गया। इसमें गायक कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियों से समा बांध दिया और श्रोताओं की तालियां बंटोरी। 

कजरी महोत्सव में दूर-दराज से आए लोकगायन के कलाकारों ने अपने गीतों से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कजरी महोत्सव में लोगों ने पारम्परिक गीतों के साथ-साथ देशभक्ति, मौजूदा समय में समाज की स्थिति, भ्रष्टाचार जैसे सामयिक मुद्दों पर अपनी आवाज बुलंद की। इस अवसर पर प्रेरणा कला मंच के कलाकारों ने मुंशी प्रेमचंद के उपन्यास पर आधारित नाटक हिंसा परमो धर्म की भावपूर्ण प्रस्तुति दी। लोक समिति की ओर से कजरी महोत्सव में पहुंचे सभी लोक गायक कलाकारों को अंगवस्त्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। 

कजरी की शुरुआत लोकतंत्र सेनानी गांधीवादी कार्यकर्ता रामधीरज भाई, फतेहपुर से आए समाजसेवी वीके वर्मा और लोक समिति संयोजक नन्दलाल मास्टर ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर लोगों ने कहा कि पूर्वांचल कजरी महोत्सव का एक अलग स्थान है। लोक गायकों ने इस प्रथा को आज भी जीवंत रखा है। कजरी पूर्वांचल की संस्कृति और विरासत की पहचान है। कजरी सुनने के बाद गांव के अपनत्व का अहसास होता है। इस दौरान अनीता, सोनी, श्यामसुन्दर,  रामबचन, शिवकुमार, आशा, अंबिका, मनीषा, प्रमोद,अजीत आदि रहे।