वाराणसी :  ढाब सोता में बाढ़ से फिर कटान शुरू, गंगा में समा गया किसानों का खेत 

चिरईगांव इलाके के ढाब सोता में बाढ़ के पानी के बढ़ाव की गति थोड़ी धीमी जरूर हुई है, लेकिन दुश्ववारियां बढ़ गयी हैं। गंगा सोता में मोकलपुर, गोबरहां के सरहद पर बाढ़ के पानी से खेतों का कटान पुनः शुरू हो गया। इससे तटवर्ती इलाके के लोगों की परेशानी फिर बढ़ गई है। 
 

वाराणसी। चिरईगांव इलाके के ढाब सोता में बाढ़ के पानी के बढ़ाव की गति थोड़ी धीमी जरूर हुई है, लेकिन दुश्ववारियां बढ़ गयी हैं। गंगा सोता में मोकलपुर, गोबरहां के सरहद पर बाढ़ के पानी से खेतों का कटान पुनः शुरू हो गया। इससे तटवर्ती इलाके के लोगों की परेशानी फिर बढ़ गई है। 

रामबाबू,  हरेराम सिंह का खेत बीते गुरुवार की रात्रि में बाढ़ की चपेट में आकर गंगा सोता में समा गया। इससे पहले बीते 20 अगस्त को बाढ़ के पानी से कई लोगों के खेत गंगा सोता में समा गया था। किसानों के खेत हर साल बाढ़ के चपेट में आकर कटकर गंगा सोता सोता में चला जा रहा है। इसका स्थायी समाधान नहीं होने से ढाबवासी चिंतित हैं। 

प्रशासनिक अमला और जनप्रतिनिधि केवल बाढ़ आने के समय आश्वासन देते हैं।फिर भूल जाते हैं।बाढ़ का पानी पुनः बढ़ने से एक बार फिर ढाबवासी संग गंगा किनारे तातेपुर, कमौली, सिंहवार, बभनपुरा, चांदपुर, मुस्तफाबाद, धराधर, मिश्रपुरा सहित दर्जनों गांवों के किसान चिंतित हैं।