वाराणसी : डायरिया की बीमारी के खात्मे में अहम रोल निभाएंगी गुलाबी दीदी, दिया गया प्रशिक्षण 

आराजी लाइन ब्लाक के बैरवन गांव में रेकिट इंडिया के तत्वाधान में संचालित परियोजना डेटॉल बनेगा स्वस्थ इंडिया के तहत बैरवन गांव में प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। इसमें डेटल डायरिया नेट जीरो कार्यक्रम के अंतर्गत बड़े पैमाने पर दस्त प्रबंधन के बारे में जागरूक किया गया। 
 

वाराणसी। आराजी लाइन ब्लाक के बैरवन गांव में रेकिट इंडिया के तत्वाधान में संचालित परियोजना डेटॉल बनेगा स्वस्थ इंडिया के तहत बैरवन गांव में प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। इसमें डेटल डायरिया नेट जीरो कार्यक्रम के अंतर्गत बड़े पैमाने पर दस्त प्रबंधन के बारे में जागरूक किया गया। 

 

ब्लाक कोआर्डिनेटर विशाल सिंह ने कहा कि दस्त एक गंभीर बीमारी का रूप ले सकती है। यदि समय पर उसका उपचार ना हो तो। उन्हें ओआरएस व जिंक की गोली के सेवन का महत्व बताने का व्यापक कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इसमें हम गांव के महिलाओ का चयन कर उनको डायरिया की  ट्रेनिंग दी जा रही है। वे अपने पड़ोस में लोगो को जागरूक कर सके। इसके साथ ही ये ट्रेनिंग सभी गांवों लीड गुलाबी दीदी के माध्यम 25,25 के बैच बनाकर दी जाएगी। हमारा लक्ष्य 800 से 1000 महिलाओ में डायरिया के बचाव व उपचार के बारे में जागरूक करना है, क्योंकि समय पर उपचार न होने पर बच्चा कुपोषित भी हो सकता है। इससे वह अन्य बीमारियों की चपेट में भी आ सकता है। 

 

डेटॉल डायरिया नेट जीरो कार्यक्रम के अंतर्गत हाथ धोने के 6 चरण और शौचालय की उपयोगिता, टीकाकरण, स्तन पान, रोटा वायरस के वैक्सीन और साफ सफाई के फायदे के बारे में भी बताने का कार्यक्रम व्यापक रूप से अलग अलग माध्यम से किया जा रहा है। जीडी ट्रेनिंग के दौरान एएनएम, आशा व ग्राम प्रधान उपस्थित रहे।