वाराणसी गैंगरेप केस पर BHU में गूंजा विरोध का स्वर, पीड़िता को न्याय दिलाने को NSUI ने चलाया सिग्नेचर कैंपेन

 
वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के छात्र संगठन एनएसयूआई (NSUI) की BHU यूनिट ने SHE CELL के तत्वावधान में बनारस गैंगरेप केस के खिलाफ विरोध दर्ज करते हुए विश्वनाथ मंदिर परिसर के सामने एक सिग्नेचर कैंपेन का आयोजन किया। इस मुहिम के जरिए छात्र-छात्राओं ने पीड़िता को न्याय दिलाने और दोषियों को सजा दिलाने की मांग की।

सिग्नेचर कैंपेन के माध्यम से SHE CELL और NSUI BHU यूनिट ने तीन प्रमुख मांगें प्रशासन और सरकार के सामने रखीं। पहली – पीड़िता को शीघ्र न्याय मिले। दूसरी – सभी आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ़्तार कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। और तीसरी – महिलाओं की सुरक्षा को लेकर ठोस और प्रभावी कदम उठाए जाएं।

इस शांतिपूर्ण विरोध के जरिए छात्र संगठन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में घटित इस अमानवीय और शर्मनाक घटना पर सत्ताधारियों की चुप्पी पर भी सवाल उठाए। वक्ताओं ने कहा कि एक ओर “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” जैसे नारे दिए जाते हैं, वहीं दूसरी ओर जब बेटियों के साथ इस प्रकार की घटनाएं होती हैं, तो सरकारें चुप्पी साध लेती हैं।

संगठन के लोगों ने कहा कि NSUI BHU यूनिट भविष्य में भी इस तरह की घटनाओं के विरोध में अपनी आवाज बुलंद करती रहेगी। उन्होंने कहा कि जब तक समाज में अन्याय और अत्याचार मौजूद है, तब तक जागरूक युवा ऐसी घटनाओं के खिलाफ खड़े रहेंगे और आवाज़ उठाते रहेंगे।

इस सिग्नेचर कैंपेन को 500 से अधिक लोगों का समर्थन मिला। सभी ने पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग पर हस्ताक्षर कर अपना समर्थन जताया। यह विरोध न केवल पीड़िता के हक में था, बल्कि समाज में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंतन की मांग भी कर रहा था।

इस आयोजन में प्रमुख रूप से सृष्टि पाण्डेय, सिमरन, रिया, संध्या, अराधना, स्वीटी, प्रियदर्शन, अभिनव, वंदना, धर्मेंद्र, राजन, अर्पित, रवि, गुलशन, राहुल, राजीव, अंकिता, बबीता, अमन, मुकेश, प्रदीप समेत दर्जनों छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। सभी ने मिलकर यह संदेश दिया कि काशी की धरती पर अन्याय के खिलाफ आवाज़ कभी दबाई नहीं जा सकती।