वाराणसी: नौकरी और जन औषधि केंद्र के नाम पर 3 लाख की धोखाधड़ी, अदालत के आदेश पर चार के खिलाफ केस दर्ज
अभिमन्यु सिंह के मुताबिक, सत्या सिंह ने उनसे वादा किया था कि वह उनके बेटे को वाराणसी के ईएसआई अस्पताल में नौकरी दिलवाएंगे और इसके लिए 80,000 रुपये की मांग की। इसके अलावा, जन औषधि केंद्र खोलने के लिए 50,000 रुपये का खर्च बताया गया। अभिमन्यु सिंह ने सत्या सिंह की बातों पर विश्वास करते हुए सच्चिदानंद सिंह, दीपक कुमार, और वी. पवन राव के खातों में अलग-अलग तारीखों में बैंक के माध्यम से कुल 3 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए।
हालांकि, न तो नौकरी मिली और न ही जन औषधि केंद्र का लाइसेंस प्राप्त हुआ। जब अभिमन्यु सिंह ने सत्या सिंह से अपने पैसे वापस मांगे, तो उन्हें पैसे लौटाने से मना कर दिया गया। आरोप लगाया गया है कि ये आरोपी एक संगठित गिरोह के रूप में काम करते हैं और नौकरी और अन्य प्रलोभनों के नाम पर लोगों से ठगी करते हैं।
अभिमन्यु सिंह ने इस मामले की शिकायत पुलिस आयुक्त से भी की थी, लेकिन कोई कार्रवाई न होने पर उन्होंने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। अब न्यायालय के आदेश पर कैंट पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।