वाराणसी : विश्व जल दिवस पर जनजागरुकता अभियान, बच्चों ने चित्र के जरिये जल संरक्षण को किया प्रेरित
वाराणसी। विश्व जल दिवस क अवसर पर आसमां संस्था व गंगामित्र बीएचयू के तत्वावधान में रविदास घाट पर जन जागरुकता विशेष अभियान का आयोजन किया गया। इसमें 200 से ज्यादा बच्चों ने भाग लिया। बच्चों ने चित्रकारी के जरिये लोगों को जल संरक्षण के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम में आमजन ने भी सहभागिता दिखाई।
बच्चों ने जल संरक्षण को लेकर एक से बढ़कर चित्र बनाए। इसमें खुले नल को बंद करने, वर्षा जल के संरक्षण, पौधारोपण आदि को इंगित किया। खुला आसमां की संस्थापिका रोली सिंह रघुवंशी ने जल संरक्षण को लेकर बताया कि 22 मार्च 2024 को विश्व जल दिवस मनाया जा रहा है। दुनिया 70 फीसदी जल से घिरी है, लेकिन पीने योग्य पानी महज तीन फीसदी ही है। विकास के लिए तेजी से बढ़ रही फैक्ट्रियों, बढ़ती जनसंख्या के कारण जल के स्त्रोत प्रभावित हो रहे हैं। इसके अलावा व्यक्तिगत तौर पर भी लोग पानी की बर्बादी कर रहे हैं। इससे स्वच्छ जल की मांग बढ़ रही है और पूर्ति में समस्या आ रही है। इस वर्ष 2024 में 'विश्व जल दिवस' का विषय 'शांति के लिए जल' है।
ईको-स्किल्ड गंगामित्र धर्मेन्द्र पटेल ने घाट पर आए श्रद्धालुओं व बच्चों को जल की महत्ता के बारे में समझाते हुए कहा कि जल हमारे जीवन के लिए बहुत ही उपयोग द्रव्य है और इसे बचाना प्रत्येक मानव का मूल अधिकार है। हमें जितना भी जरूरत हो, उतना ही पानी अपने दैनिक जीवन मे प्रयोग करना चाहिए। जल प्रदूषण को रोककर और पानी को बर्बाद होने से बचाकर कई समस्याओं का समाधान किया जा सकता है। इसके अलावा अपने परिवार को इस कार्य में शामिल करें। शुरुआत घर से करें और उन्हें पानी की जरूरत के बारे में बताते हुए बचाने के तरीकों को समझाएं।
आस पड़ोस के लोगों, दोस्तों, रिश्तेदारों और करीबियों को भी जल संरक्षण का महत्व और तरीका बताएं। साथ ही गंगा नदी एक नदी ही नहीं वरन हमारी माता है और इसे बचाना हम सभी का परम कर्तव्य है। डॉल्फिन बचाव को लेकर भी जागरूकता किया गया। कार्य़क्रम में दीक्षा सिंह, मीकू सिंह, नीलाक्षी मिश्रा, शिवपूजन, रोहित, तान्या, प्रतीक्षा, दिव्या, तनु, सीता, संजू व श्रद्धालु उपस्थित रहे।