वाराणसी : फसल बीमा योजना का लाभ नहीं ले पाएंगे केला की खेती करने वाले किसान, उद्यान अधिकारी लिखेंगे पत्र

जिले में केला की खेती करने वाले किसान इस बार फसल बीमा योजना का लाभ नहीं ले पाएंगे। कारण केला की बुआई अभी शुरू नहीं हुई, लेकिन बीमा के लिए आवेदन की अवधि समाप्त हो गई। इससे किसानों की चिंता बढ़ गई है। उद्यान अधिकारी ने इसको लेकर संबंधित को पत्र भेजने की बात कही है। 
 

वाराणसी। जिले में केला की खेती करने वाले किसान इस बार फसल बीमा योजना का लाभ नहीं ले पाएंगे। कारण, केला की बुआई अभी शुरू नहीं हुई, लेकिन बीमा के लिए आवेदन की अवधि समाप्त हो गई। इससे किसानों की चिंता बढ़ गई है। उद्यान अधिकारी ने इसको लेकर संबंधित को पत्र भेजने की बात कही है। 

पुर्नगठित मौसम आधारित फसल बीमा योजना जिले में लागू है। इसके बाद भी केला की खेती करने वाले कृषक बीमा योजना का लाभ नहीं ले पाएंगे। केला के लिए बीमा कराने की निर्धारित तिथि 30 जून बीत गयी। अभी जनपद में केले के रोपण की शुरुआत ही नहीं हो पायी है। मिर्च के लिए बीमा कराने की अवधि 31 जुलाई है। जनपद में खरीफ सीजन हेतु फसल बीमा योजना में औद्यानिक फसल के रूप में केला और मिर्च अधिसूचित की गयी है। उद्यान विभाग की ओर से एकीकृत बागवानी विकास मिशन के तहत कुल 60 हेक्टेयर क्षेत्रफल में टिशूकल्चर केला रोपण का लक्ष्य रखा गया है। 

विभाग द्वारा अभी कृषकों के चयन पंजीकरण की प्रक्रिया चल रही है। इसके बाद केले के पौध रोपण होगा। बुधवार को पुर्नगठित मौसम आधारित फसल बीमा योजना के लिए जनपद में नामित बीमा कम्पनी एसबीआई जनरल इंश्योरेंस की तरफ से कृषि,   उद्यान,सहकारिता विभाग के कर्मचारियों की कार्यशाला ब्लाक में आयोजित की गयी। इसमें खरीफ सीजन के लिए जनपद में अधिसूचित अनाज वाली फसलों, औद्यानिक फसल मिर्च,केला की खेती करने वाले किसानों को बीमा से आच्छादित करने हेतु प्रीमियम आदि की जानकारी दी गयी। जिला उद्यान अधिकारी सुभाष कुमार ने कहा कि केला का रोपण ही शुरू नहीं हुआ है। बीमा अवधि बढ़ाने हेतु पत्र लिखा जाएगा।