वाराणसी: बाबा साहेब की जयंती पर छावनी क्षेत्र में सेवा कार्यक्रम, राहगीरों को बांटा रूहअफ़ज़ा

 
वाराणसी। भारत रत्न और संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर सोमवार को छावनी परिषद क्षेत्र में भावपूर्ण सेवा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर डॉ. अंबेडकर के सामाजिक विचारों और उनके ‘बहुजन हिताय, बहुजन सुखाय’ के सिद्धांतों को जन-जन तक पहुँचाने का प्रयास किया गया। छावनी परिषद अस्पताल परिसर के पास राहगीरों को ठंडा रूहअफ़ज़ा पेय वितरित किया गया।

इस कार्यक्रम का नेतृत्व पूर्व छावनी परिषद सदस्य विश्वनाथ भारती ने किया। उन्होंने बाबा साहेब के विचारों को आत्मसात करते हुए समाज के अंतिम व्यक्ति तक राहत पहुँचाने की प्रेरणा को सेवा के रूप में रूपांतरित किया। तपती गर्मी के बीच सैकड़ों राहगीरों को मीठा, ठंडा पेय वितरित किया गया, जिससे उन्हें ताजगी और राहत मिली।

गर्म दोपहर में राह चलते लोगों ने इस सेवा जल को ग्रहण करते हुए न केवल प्यास बुझाई, बल्कि अपने हृदय से बाबा साहेब को नमन भी किया। यह दृश्य केवल पेय वितरण का नहीं, बल्कि सामाजिक समरसता और संवेदना का एक जीवंत प्रतीक था। अंबेडकर जयंती के मौके पर इस तरह के जनसेवा कार्यक्रम ने यह सिद्ध कर दिया कि उनके विचार आज भी जनमानस में जीवित हैं।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, पूर्व छावनी परिषद उपाध्यक्ष शैलेन्द्र सिंह ने कहा कि बाबा साहेब ने जो दीपक हमें ज्ञान, अधिकार और समानता के रूप में सौंपा है, उसे हमें समाज के हर कोने तक ले जाना है।" उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे अंबेडकर के विचारों को केवल स्मरण न करें, बल्कि उन्हें जीवन में उतारें।