वाराणसी : नदियों के जलस्तर में इजाफा, ऑटोमेटिक वाटर लेवल मेजरिंग डिवाइस से रेलवे पुलों की निगरानी
वाराणसी। मानसून के सक्रिय होते ही पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी मंडल ने सुरक्षित एवं संरक्षित संचालन सुनिश्चित करने के लिए अपनी तैयारियों को तेज कर दिया है। नदियों से गुजरने वाले रेलवे पुलों और ट्रैक की निगरानी के लिए आधुनिक तकनीकों का सहारा लिया जा रहा है। इन पुलों पर ऑटोमेटिक वाटर लेवल मेजरिंग डिवाइस (जलस्तर मापन यंत्र) लगाई गई हैं, ताकि किसी भी आपात स्थिति से समय रहते निबटा जा सके।
पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी मंडल के जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि मंडल के 15 महत्वपूर्ण स्थानों और 12 प्रमुख रेलखंडों पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। इनमें फेफना-औड़िहार, छपरा-बलिया, छपरा-थावे, भटनी-छपरा ग्रामीण, छपरा ग्रामीण-सीवान, भटनी-औड़िहार और वाल्मीकिनगर-कप्तानगंज जैसे रेलखंड शामिल हैं। इन रेलमार्गों पर मोबाइल पेट्रोलिंग के जरिए लगातार निगरानी की जा रही है।
अधिकारी ने बताया कि तटबंधों के कमजोर बिंदुओं की पहचान कर वहां विशेष निगरानी की जा रही है। इसके साथ ही बाढ़ की आशंकाओं को ध्यान में रखते हुए सुरक्षात्मक सामग्री का पर्याप्त भंडारण भी किया गया है। छपरा स्टेशन पर आपात स्थिति से निपटने के लिए 12 वैगन बोल्डर और 4 वैगन क्वेरी डस्ट तैयार रखे गए हैं।