वाराणसी : 200 साल बाद बन रहा छह योगों का संयोग, खरीदारी के लिए समय शुभ
वाराणसी। इस बार 200 साल बाद छह योगों का संयोग बन रहा है। इस महासंयोग में दीपावली से पहले खरीदारी के महामुहूर्त बन रहे हैं। पुष्य नक्षत्र में शनि और रवि का योग बाजार व खरीदारों पर सुख और सौभाग्य की बरसात करेगा। नक्षत्रों के महासंयोग में भगवान भास्कर और महालक्ष्मी की आराधना विशेष फलदायी होगी।
धनतेरस के पहले सोना, चांदी, वाहन और संपत्ति की खरीदारी का शुभ योग है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार 1823 के बाद पुष्य नक्षत्र में रवि और शनि योग निर्मित हो रहा है। इसके अलावा श्री वत्स योग भी इसी नक्षत्र में पड़ रहे हैं। विद्वानों की मानें तओ रवि पुष्य योग स्वर्णिम योग बना रहा है। पुष्य नक्षत्र के अधिपति शनि और उप स्वामी बृहस्पति हैं। दोनों ग्रह देव प्रगति और लाभ के लिए अनुकूल माने जाते हैं।
बताया कि नए व्यापार, नई दुकान अथवा नए प्रोजेक्ट की शुरूआत के लिए यह समय उपयुक्त माना जा रहा है। इस समय को खरीदारी से लेकर पालिसी, बैंकिंग आदि के लिए शुभ माना गया है। पुष्य नक्षत्र चार नवंबर को सुबह 10.03 बजे के बाद से शुरू होकर 1.10 बजे के बाद तक मिलेगा। यह तिथि रविवार को दोपहर 12.10 तक रहेगी। रविवार को पूरे दिन खरीदारी कर सकते हैं।