वाराणसी: रेलवे स्टेशन के पास छिनैती करने वाले गैंग का भंडाफोड़, चार शातिर लूट के माल सहित गिरफ्तार, सोनार भी चढ़ा पुलिस के हत्थे

 
वाराणसी। थाना सिगरा पुलिस ने छिनैती और लूट की घटनाओं को अंजाम देने वाले एक संगठित गिरोह का पर्दाफाश करते हुए चार अभियुक्तों को मालगोदाम रोड से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने छिनी गई पीली धातु, नगद रुपए, मोबाइल फोन और घटना में प्रयुक्त ऑटो वाहन को भी बरामद किया। पुलिस कमिश्नरेट द्वारा चलाए जा रहे विशेष अपराध विरोधी अभियान के तहत यह कार्रवाई की गई।

गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों की पहचान अजय सिंह (40 वर्ष), इरफान (20 वर्ष), भरत लाल गोंड (30 वर्ष) और अभिषेक उर्फ राहुल जायसवाल (40 वर्ष) के रूप में हुई है। ये सभी विभिन्न थाना क्षेत्रों के निवासी हैं, जिनमें वाराणसी और जौनपुर शामिल हैं। पुलिस के अनुसार, अभियुक्त एक ऑटो में बैठकर अगली वारदात की तैयारी कर रहे थे, तभी पुलिस टीम ने उन्हें दबोच लिया।

क्या था मामला ?

प्रकरण के मुताबिक, बीते 7 अप्रैल को रात करीब 9:30 बजे वाराणसी रेलवे स्टेशन के पास एक युवक अपनी बहन को स्टेशन से लाने गया था। इस दौरान, जब उसकी बहन सड़क पार कर रही थी, तभी एक लाल शर्ट पहने युवक ने झपट्टा मारकर उसके गले से मंगलसूत्र छीन लिया और मौके से फरार हो गया। इस संबंध में वादी ने सिगरा थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिस पर मुकदमा संख्या 130/25 धारा 304(2), 317(2), व 317(5) बीएनएसएस के तहत एफआईआर दर्ज की गई।

गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ में कबूल किया कि वे लंबे समय से गैंग बनाकर लूट, छिनैती और चोरी की घटनाएं कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि छीने गए जेवरात और अन्य कीमती सामान वे सोनार राहुल जायसवाल को बेचते थे और उससे मिलने वाले पैसे आपस में बांट लेते थे। पूछताछ में उन्होंने यह भी स्वीकारा कि वे फिर से लूट की योजना बनाकर निकले थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया।

बरामद सामान

•    एक पीली धातु का टुकड़ा (लगभग 8 ग्राम)

•    नगद ₹6,400/-

•    ऑटो वाहन (संख्या UP 65 MT 4839)

•    दो मोबाइल फोन – सैमसंग और रेडमी कंपनी के

अभियुक्तों का आपराधिक इतिहास

अजय सिंह और भरत लाल गोंड के खिलाफ पहले से ही कई गंभीर मुकदमे दर्ज हैं। भरत लाल पर गैंगस्टर एक्ट, एनडीपीएस, एससी/एसटी एक्ट, और आयुध अधिनियम समेत 10 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। वहीं अजय सिंह के खिलाफ चोलापुर थाने में मारपीट व धमकी की धाराओं के तहत मामला दर्ज है।

इस महत्वपूर्ण गिरफ्तारी में थाना सिगरा प्रभारी निरीक्षक राज बहादुर मौर्य के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई थी, जिसमें SI पुष्कर दुबे, कांस्टेबल नीरज मौर्य, वीरेंद्र यादव, अखिलेश गिरी, हेड कांस्टेबल अनंत कुमार सिंह, रविप्रकाश और अश्वनी सिंह (सर्विलांस सेल) शामिल थे। टीम की सतर्कता और सूझबूझ से अपराधियों को रंगे हाथों पकड़ लिया गया।