केंद्रीय ऊर्जा मंत्री द्वारा ऊर्जा क्षेत्र की समीक्षा बैठक सम्पन्न, बिजली बकायेदारों हेतु ऑटोमेटिक पावर कट की प्रक्रिया अपनाने का दिया निर्देश
वाराणसी। सर्किट हाउस सभागार में केंद्रीय मंत्री (विद्युत, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा) आर. के. सिंह की अध्यक्षता में ऊर्जा क्षेत्र की समीक्षा बैठक आयोजित हुई। जिसमें उन्होंने ऊर्जा क्षेत्र से जुड़े विभिन्न विभागों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए। उन्होंने सभी कार्यों हेतु ओपन टेन्डर की प्रक्रिया अपनाने को कहा तथा रेट को पड़ोसी राज्यों के हिसाब से मैच कराते हुए अपनाने का निर्देश दिया। उन्होंने पर्यवेक्षण एवं निरीक्षण तंत्र को बदलने को कहा तथा बड़े अधिकारियों को शेड्यूल बना कर चेकिंग की कार्रवाई करने हेतु भी निर्देशित किया।
उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड के चेयरमैन द्वारा बताया गया कि कुल कनेक्शन 3 करोड़ 62 लाख है तथा बकाया लगभग एक लाख आठ हजार करोड़ है। ऊर्जा मंत्री ने सुधार हेतु व्यवस्था में बदलाव की बात कही। उन्होंने बिजली बकाये के संबंध में ऑटोमेटिक पावर कट की प्रक्रिया अपनाने का निर्देश भी दिया। कोई भी मजरा विद्युत कनेक्शन से छूटने न पाये। सभी बाइस हजार विभिन्न मजरो में बचे घरों को विद्युत कनेक्शन भी तेजी से देने हेतु निर्देश दिया।
पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के एमडी शंभु कुमार द्वारा मंत्री के समक्ष वाराणसी सिटी एरिया में सोलह हजार स्टील पोल की आवश्यकता की बात कही गयी। जिस पर ऊर्जा मंत्री ने स्वीकृति दी। उन्होंने बताया की पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम में कुल कनेक्शन लगभग एक करोड़ हो चुके हैं।
ऊर्जा मंत्री ने बनारस में अंडरकेबलिंग के कार्यों की प्रगति की समीक्षा करते हुए उससे हुए लाभ की जानकारी मुख्य अभियंता ने बताया कि आईपीडीएस से बिजली लॉस को कम किया गया है, बिजली कनेक्शन बढ़े हैं, सामाजिक सुरक्षा की दृष्टि से दुर्घटनाओं में भी राहत मिलती है। उन्होंने बचे हुए अंडरकेबलिंग के कार्यों को पूरी गुणवत्ता के साथ करने हेतु निर्देशित किया। बनारस में ऊर्जा लॉस को और कम करते हुए लॉस प्रतिशत को और नीचे लाया जाये। बनारस को तारों के जंजाल से मुक्ति मिलनी चाहिए, पोल को अच्छे से उपयोग में लाते हुए इस व्यवस्था को अपनाएं। अगले बनारस दौरे में तारों का जंजाल नहीं दिखना चाहिए।
यूपीपीसीएल चेयरमैन आशीष गोयल द्वारा ऊर्जा मंत्री को यूपीपीसीएल द्वारा चलायी जा रही विद्युत विभाग आपके द्वारा मीटर रीडिंग के बारे में बताते हुए बताया कि पिछले दो महीनों में इसके मार्फत प्रदेश में 700 मेगावाट विद्युत चोरी पकड़ी गयी तथा लगभग 25% राजस्व में भी बढ़ोत्तरी हुई। उन्होंने बताया की पूर्वांचल में कुल 108 करोड़ के 2735 कार्य हो चुके हैं तथा लगभग 1030 करोड़ के 19315 कार्य प्रगति पर हैं जिनको मार्च 2024 तक पूरा करा लिया जायेगा तथा लगभग पांच हजार करोड़ के विभिन्न कार्य भी प्रदेश में चलाये जा रहे।