बरेका में चिकित्सकीय मामलें से नैदानिक सतर्कता पर प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न 

 

वाराणसी। 8 नवंबर बुधवार को सतर्कता पखवारे के अवसर पर चिकित्सकीय मामले में नैदानिक सतर्कता सेवा पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम का शुभारम्‍भ करते हुए बरेका के प्रमुख मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. देवेश कुमार ने बताया कि चिकित्सा सेवा से जुड़े कर्मियों के लिए प्रोफेशनल ethics के अलावा सरकारी कार्यकलापों में पारदर्शिता, जवाबदेही व कार्यकुशलता हेतु सतत सतर्कता की आवश्यकता होती है। जिसके लिए नियमित प्रशिक्षण द्वारा अद्यतन जानकारी प्राप्त करते रहना चाहिए। इसके लिए सभी चिकित्‍सक व पैरामेडिकल स्टाफ तत्पर रहें।

प्रमोद कुमार चौधरी, मुख्य सतर्कता अधिकारी बरेका ने चिकित्सा सेवा में कोड ऑफ़ कंडक्ट टेंडर एंड पब्लिक प्रोक्योरमेंट मैटेरियल मैनेजमेंट तथा चिकित्‍सा परीक्षण के मामलों में सतर्कता विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किया तथा कार्यक्रम में उपस्थित जनों का शंका समाधान किया।

कार्यक्रम में वक्तागण ने वहिरंग व अंतरंग विभाग में कार्यरत सभी डॉक्टरों, वार्ड मैट्रन, फार्मासिस्ट, एक्स रे टेक्नीशियन व चिकित्सा कार्यालय अधीक्षक को सभी नियमित कार्य में सतर्कता बरतने के प्रशिक्षित किया गया ताकि वे बेहतर रोगी संतुष्टि व सुविधा प्रदान करने के साथ-साथ आधुनिक तरीके से प्रबंधन व निगरानी करने में प्रशासन को सहयोग कर सकें।  

अतिरिक्त मुख्य चिकित्‍सा अधिकारी डॉ. सुनील कुमार, डॉ. एस के शर्मा, वरिष्‍ठ मंडल चिकित्सा अधिकारी डॉ. मधुलिका सिंह, डॉ. मिन्हाज अहमद व डॉ. एस. के. मौर्य, मंडल चिकित्सा अधिकारी डॉ. विशाल मिश्रा, डॉ. अमित गुप्ता व डॉ. सौरभ सागर तथा नर्सिंग अधिकारी गीता चौधरी के अतिरिक्‍त सभी नर्सिंग वार्ड मैट्रन व फार्मासिस्ट संवर्ग के कर्मी, लैब टेक्नीशियन व चिकित्सा कार्यालय अधीक्षक सहित 60 व्यक्तियों ने सक्रिय रुप से भाग लेकर कार्यक्रम को सफल बनाया। कार्यक्रम के अंत में सम्मिलित सभी लोगों ने सतत सतर्क रहते हुए पारदर्शिता, जबावदेही, प्रणाली सुधार व कार्यान्वयन हेतु दृढ़संकल्प लिया।