IIT BHU मेटलर्जी विभाग में तीन दिवसीय शताब्दी समारोह का समापन, छात्रों ने साझा की यादें 

आईआईटी बीएचयू के धातुकर्म अभियांत्रिकी (मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग) विभाग के स्वतंत्रता भवन में आयोजित शताब्दी समारोह और तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का शनिवार को तीसरे दिन समापन हो गया। इस अवसर पर आयोजित पुरा छात्र सम्मेलन में विभिन्न बैच के छात्रों ने अपनी यादें ताजा कीं। इसके पूर्व तकनीकी सत्र का भी आयोजन किया गया। 
 

वाराणसी। आईआईटी बीएचयू के धातुकर्म अभियांत्रिकी (मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग) विभाग के स्वतंत्रता भवन में आयोजित शताब्दी समारोह और तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का शनिवार को तीसरे दिन समापन हो गया। इस अवसर पर आयोजित पुरा छात्र सम्मेलन में विभिन्न बैच के छात्रों ने अपनी यादें ताजा कीं। इसके पूर्व तकनीकी सत्र का भी आयोजन किया गया। 

समापन समारोह में मुख्य अतिथि फेडरल डी ओरो प्रेटो विश्वविद्यालय, ब्राजील के प्रोफेसर पॉलो एस असिस रहे। उन्होंने संस्थान के मेटलर्जिकल विभाग के सौ साल पूरे होने पर बधाई दी। उन्होंने 2026 में अपने विश्वविद्यालय के 150 वर्ष पूरे होने पर मेटलर्जिकल विभाग के शिक्षकों को ब्राजील आमंत्रित किया। इस अवसर पर एजिलिसिस इंक., लॉस वेगास, यूएस के सीईओ और मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग के पुरा छात्र रमेश श्रीनिवासन (मेटलर्जी 1982) ने बतौर विशिष्ट अतिथि शामिल हुए। उन्होंने शताब्दी समारोह की हर 10 साल पर एक श्रृंखला चलाते हुए अगले सौ साल तक चलाने की बात की। इसके लिए उन्होंने अपनी तरफ से हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया। 

समापन समारोह की कड़ी में पुरा छात्र सम्मेलन का भी आयोजन किया गया। इसमें विभिन्न बैच के पुरा छात्रों, वैज्ञानिक, शिक्षाविद्, उद्यमी शामिल हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्थान के पुरा छात्र अधिष्ठाता प्रोफेसर राजीव श्रीवास्तव ने की। इस अवसर पर प्रोफेसर आरसी गुप्ता ने समन्वयक की भूमिका निभाई। शताब्दी समारोह आयोजन समिति के कन्वीनर एवं एसोसिएट प्रोफेसर डॉ गिरिजा शंकर महोबिया ने अतिथियों को सम्मानित किया। उन्होंने बताया कि तीन दिन तक चले शताब्दी समारोह में कुल 149 स्पीकर, 30 शोध छात्रों के रिसर्च पोस्टर और 100 से अधिक पुरा छात्र और डेलीगेट इस समारोह में शामिल हुए। 

इस अवसर पर समारोह में आए कुल 100 पुरा छात्रों को सेंटनरी अवार्ड सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया। इससे पहले डिफेंस एयरोस्पेस एवं न्यूक्लीयर मैटेरियल, मेटल ज्वाइनिंग तकनीक और रीसाइक्लिंग ऑफ मेटलर्जिकल वेस्ट पर तीन अलग अलग तकनीकी सत्र का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता प्रोफेसर तपश नंदी, प्रोफेसर एके घोष और प्रोफेसर केके सिंह ने किया।