वाराणसी में बाबा बटुक भैरव नाथ जी का वार्षिक त्रिगुणात्मक श्रृंगार सम्पन्न, शाम को होगा रूद्र बटुक महायज्ञ
त्रिगुणात्मक श्रृंगार की विशेषताएं
रविवार भोर में बाबा का पंचामृत स्नान कराकर उनका सात्विक श्रृंगार 51 किलो सफेद बेला के फूलों से किया गया। इसके पश्चात विधि-विधान से पूजन और आरती संपन्न हुई। सायं 4 बजे बाबा का राजसी श्रृंगार किया गया, जिसमें उन्हें विभिन्न सुगंधित फूलों और राजसी वस्त्रों से सजाया गया। इसके बाद बाबा को छप्पन भोग अर्पित किया गया।
रूद्र बटुक महायज्ञ का आयोजन
शाम 7 बजे महंत जितेंद्र मोहन पुरी "विजय गुरु" के सानिध्य में लोक कल्याण के लिए रूद्र बटुक महायज्ञ का आयोजन किया जाएगा। यह यज्ञ रात्रि 10 बजे तक चलेगा। इस विशेष यज्ञ के लिए मंदिर प्रांगण में स्थित 6 फीट गहरे हवन कुंड को साल में एक बार खोला जाता है। हवन में साकला, मेवा, धान का लावा, शहद, बताशा, तांत्रोक्त जड़ी-बूटियां और शुद्ध देशी घी जैसी सामग्रियां अर्पित की जाती हैं।
तामसी श्रृंगार और भोग
रात्रि 8 से 9 बजे तक बाबा की विशेष आरती होगी। इसके बाद रात्रि 10 बजे बाबा का तामसी श्रृंगार कर उन्हें तामसी भोग अर्पित और चक्रासन पूजन किया जाएगा।