नगर निगम के 10 वार्डों में स्ट्रीट लगाने के प्रोजेक्ट के टेंडर में धांधली, नगर आयुक्त ने दिए जांच के आदेश, मांगा रिपोर्ट
शिकायतकर्ता राहुल सिंह ने का आरोप है कि टेंडर प्रक्रिया के साथ अधिकारियों ने आदर्श आचार संहिता के दौरान कंपनी को वर्क ऑर्डर पास किया और मई के महीने में फाइनेंशियल बीड हुई। जबकि नियम के अनुसार वर्क ऑर्डर सबसे अंत में किया जाता है, लेकिन अधिकारियों और कंपनी की मिली भगत से नियमो को ताक पर रखा गया।
वाराणसी नगर निगम के ओर से नव शहरी क्षेत्र के 59 सड़कों पर 27 करोड़ रुपए की लागत से 8722 लाइट और 2360 पोल लगाए जाने हैं। इसमें 167 पोल हाई मास्टर के लिए लगाए जाने है। प्रोजेक्ट के टेंडर में नगर आयुक्त को मिली शिकायत की बात वाराणसी नगर निगम के कार्यक्राणी में उठाई गई। गड़बड़ी नगर निगम के अवलोकन विभाग पर लगा, तो कार्यकारणी के सदस्यों के सवालों का जवाब अवलोकन विभाग के अधिकारी नही दे पाए।
ऐसे में वाराणसी नगर निगम के आयुक्त, महापौर अशोक तिवारी, जिलाधिकारी एस. राजलिंगम के साथ कमिश्नर कौशल राज शर्मा के संज्ञान में मामले को लाते हुए शासन को शिकायत भेजा गया है। इस मामले को लेकर वाराणसी नगर निगम के आयुक्त ने बताया कि मामला संज्ञान में है और शिकायत पर जांच की जा रही है। इस मामले में अवलोकन विभाग के एक्सईएन से स्पष्टीकरण मांगा गया है। यदि कोई गड़बड़ी मिलती है, तो इस पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।