फैक्ट्रियों में धमकी अफसरों की टीम, औद्योगिक काम के लिए अनुदानित यूरिया का इस्तेमाल न करने की दी हिदायत
वाराणसी। जिलाधिकारी एस राजलिंगम के निर्देश पर सीडीओ हिमांशु नागपाल की ओर से गठित कृषि और उद्योग विभाग के अधिकारियों की टीम ने रविवार को जिले की औद्योगिक इकाइयों के गोदामों का निरीक्षण किया। इस दौरान गोदामों की गहनता के साथ जांच की गई। वहीं हिदायत दी कि औद्योगिक कार्य के लिए अनुदानित यूरिया का इस्तेमाल कदापि न करें। यदि इसकी शिकायत मिली तो संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
औद्योगिक संस्था जैसे-कैटल फीड, कुक्कुट फीड, साबून, पेंट, बार्निस, मुद्रण स्याही, लिबास चादरें, प्लाईवूड, लेमिन बार्ड, पार्टीकल बोर्ड के निर्माण में अनुदानित यूरिया के इस्तेमाल की शिकायतें आती रहती हैं। शासन ने इसको गंभीरता से लेते हुए जांच कराने का निर्देश दिया था। ऐसे में जिलाधिकारी के निर्देश पर सीडीओ ने अधिकारियों की टीमें गठित की है। टीम एक में जिला कृषि अधिकारी संगम सिंह एवं उद्योग विभाग के सहायक आयुक्त विनोद कुमार वर्मा, जिनको तहसील-पिण्डरा एवं राजातालाब एवं टीम दो में वरिष्ठ प्राविधिक सहायक ग्रुप-वन रोहित कुमार सिंह एवं उद्योग विभाग के सहायक आयुक्त अजय कुमार गुप्त, जिनको तहसील-सदर में जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
छापे के दौरान कुल 8 औद्योगिक इकाईयों एवं उनके गोदामों का गहन निरीक्षण किया गया। परीक्षण हेतु टेक्निकल ग्रेड यूरिया का 04 नमूना ग्रहीत किया गया। निरीक्षण के समय किसी भी औद्योगिक इकाई पर अनुदानित यूरिया का उपयोग जनपद के उत्पादों के विर्निमाण में किया जाना नहीं पाया गया। जनपद के समस्त औद्योगिक संस्था जैसे-कैटल फीड, कुक्कुट फीड, साबून पेंट, बार्निस, मुद्रण स्याही, लिबास चादरें, प्लाईवूड, लेमिन बार्ड, पार्टीकल बोर्ड के निर्माण के प्रोपराइटर को अफसरों ने निर्देशित किया कि जिन भी उत्पाद में यूरिया का प्रयोग किया जाता है, उसमें अनुदानित यूरिया का प्रयोग कदापि न करें।
चेताया कि यदि निरीक्षण/परीक्षण में यह पाया जाता है कि अनुदानित यूरिया का प्रयोग किया जा रहा है तो नियमानुसार उर्वरक नियंत्रण आदेश, 1985 के सुसंगत धाराओं के अन्तर्गत कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। अबैध रूप से उर्वरकों की कालाबाजारी करने वाले बिक्रेताओं के विरूद्ध यह अभियान निरंतर चलता रहेगा। वर्तमान समय में जनपद में समस्त उर्वरक उपलब्ध है। जनपद के प्रत्येक क्षेत्र में उर्वरक की कोई कमी नही है।