स्वर्वेद ज्ञान महायज्ञ : 200 एकड़ में बस रहे 22 नगर, ऋषियों व नदियों के नाम पर होगा नामकरण
वाराणसी। उमरहां के स्वर्वेद मंदिर में 17 और 18 दिसंबर को आयोजित विहंगम योग संत समाज के 100 वें वार्षिकोत्सव पर आयोजित 25000 कुण्डीय स्वर्वेद ज्ञान महायज्ञ की तैयारी जोरों पर है। आयोजन स्थल पर 200 एकड़ भूमि में 22 नगर बसाए जा रहे हैं। वहीं 20 लाख स्क्वायर फीट में महायज्ञ के लिए कुंड व ब्लाक बनाए जाएंगे। महायज्ञ के लिए बसाये जाने वाले इन नगरों के नाम प्राचीन ऋषियों व नदियों के नाम पर रखे जाएंगे।
वाराणसी के उमरहां में बन रहे स्वर्वेद महामंदिर धाम पर 5 किलोमीटर के परिधि में लगभग 200 एकड़ भू-खण्ड में 22 अस्थाई नगर बसाए जा रहे हैं। इसमें कुछ नगर भारत की प्रसिद्ध नदियों के नाम पर तो कुछ वैदिक ऋषियों के नाम पर हैं। बीस लाख स्क्वायर फिट में विस्तृत 25 हजार कुण्डीय स्वर्वेद ज्ञान महायज्ञ में कुल 108 ब्लाक रहेंगे, जो सभी प्राचीनतम मंत्र द्रष्टा ऋषियों और ऋषिकाओं के नाम पर होंगे। इसमें प्रत्येक ब्लाक में लगभग 232 कुण्ड होंगे। यज्ञीय व्यवस्था को सुव्यवस्थित करने के निमित्त यज्ञ के दौरान ढाई हजार कार्यकर्ता अपनी सेवा प्रदान करेंगे। इस महायज्ञ में आश्रम से संचालित वैदिक गुरुकुल से प्रशिक्षित कुल 108 पुरोहित मंत्रोच्चारण करेंगे।
तीन लाख स्क्वायर फिट में जर्मन हैंगर से प्रवचन पंडाल बनाया जा रहा है। इसमें श्रद्धालुओं को विज्ञान देव जी महाराज अमृतवाणी सुनाएंगे। वहीं विविध सांस्कृतिक आयोजन भी होंगे। श्रद्धालुओं को सुगमता से भोजन प्रसाद प्राप्त हो सके, इसके निमित्त कुल 12 वृहद् भोजनालय बनाए जा रहें हैं। इसमें प्रत्येक में बीस- बीस काउंटर होंगे। इसके अतिरिक्त 6 सांस्कृतिक भोजनालय भी बनाए जा रहे हैं। इसमें अलग-अलग राज्यों के अनुसार व्यंजन बनाए जाएंगे। इस प्रकार आगत भक्तगण भारत की विविध सांस्कृतिक व्यंजनों का भी लाभ प्राप्त कर सकेंगे।
गोवंश के संरक्षण और संवर्धन के निमित्त एक भव्य गौग्राम प्रदर्शनी भी आयोजित होगी। निःशुल्क- योग, आयुर्वेद, पञ्च गव्य, प्राकृतिक-चिकित्सा परामर्श भी श्रद्धालुओं को प्राप्त होगा। आयोजन में पुलिस प्रशासन के साथ ही विहंगम सुरक्षा बल के भी 500 पुरुष और 200 महिलाएं सेवा प्रदान करेंगी। जन सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए कुल 4500 शौचालयों की व्यवस्था की गयी है। 5 किलोमीटर में विस्तृत सम्पूर्ण परिसर में अशक्त एवं वृद्धजनों की सुगमता के लिए 50 ई रिक्शा निःशुल्क संचालित रहेंगे।