रैपियर लूम को सब्सिडी योजना में शामिल करने हेतु सलारपुर में सर्वे शिविर का हुआ आयोजन
वाराणसी। चिरईगांव रैपियर लूम को बिजली योजना में शामिल करने के लिए शुक्रवार को सलारपुर में सर्वे शिविर का आयोजन किया गया। ज्ञात हो कि बुनकरों को बिजली सब्सिडी मिलने से यूपी का कपड़ा उद्योग छंलाग लगाते हुऐ महाराष्ट्र, तमिलनाडु, गुजरात के बाद चौथे स्थान पर आ गया था।
सरकार के इस कदम से उत्साहित होकर बुनकरों ने आधुनिक मशीनों को लगाना शुरू किया। जिससे भारी संख्या में अन्य प्रदेशों को जाने वाले मजदूरों का पलायन रुका। आज यूपी में कृषि के बाद सबसे ज्यादा रोजगार सृजन टेक्सटाइल सेक्टर से हो रहा है।
सरकार ने 5 किलोवाट लोड से उपर के बुनकरों को अप्रैल 2023 से सब्सिडी की राशि में कटौती करते हुए, तीस गुना वृद्धि कर दी थी। वहीं 5 किलोवाट लोड के भीतर तक के बुनकरों को पांच गुना वृद्धि कर दिया था।
बुनकर संघों की घोर आपत्ति और आक्रोश को देखते हुऐ स्टाम्प पंजीयन मंत्री रविंद्र जायसवाल व एमएलसी अशोक धवन आगे आये और मुख्यमंत्री को समस्या से अवगत कराते हुऐ समाधान की अपील की। मुख्यमंत्री के ओर से हरी झंडी और माननीयों के दखल देते ही कपड़ा विभाग सक्रिय होकर सर्वे कार्य प्रारंभ किया है। जिसका बुनकरों ने स्वागत किया है।
सर्वे शिविर में कुल 102 रैपियर लूम का पंजीकरण किया गया। जिसमें पावरलूम निरीक्षक मानसिंह, विश्वनाथ विश्वकर्मा, औद्योगिक निरीक्षक अनिल मुंदड़ा, संजय प्रधान, विनोद मौर्य, मनोज जायसवाल, ललित कुमार मौर्य, चन्द्र प्रकाश मौर्य, जयप्रकाश मौर्य आदि लोग उपस्थित थे।