IIT BHU में कम्पोजिट मटेरियल्स में शोध एवं नवाचार पर केंद्रित ICRACM-2025 का सफल आयोजन
वाराणसी। आईआईटी बीएचयू के सिविल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा आयोजित तीन दिवसीय 8th International Conference on Recent Advances in Composite Materials (ICRACM-2025) का सफल समापन गुरुवार को हुआ। एबीएलटी कॉम्प्लेक्स में 2 से 4 दिसंबर तक चले इस अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में देश–विदेश के वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं, उद्योग विशेषज्ञों और विद्यार्थियों ने भाग लिया। सम्मेलन में कम्पोजिट मटेरियल्स के क्षेत्र में हो रहे नवीनतम शोध, उभरती तकनीकों और भविष्य की संभावनाओं पर गहन चर्चा हुई।
उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि प्रो. बीएन सिंह, वाइस चांसलर, राजीव गांधी नेशनल एविएशन यूनिवर्सिटी, ने “विकसित भारत” के निर्माण में कम्पोजिट मटेरियल्स की बढ़ती उपयोगिता और नवाचार की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि नई सामग्री तकनीकें आधुनिक भारत की नींव को मजबूत कर रही हैं। आईआईटी बीएचयू के निदेशक एवं सम्मेलन के मुख्य संरक्षक प्रो. अमित पात्रा ने बताया कि अवसंरचना विकास, एयरोस्पेस, मेक्ट्रोनिक्स और ऑटोमेशन जैसे क्षेत्रों में कम्पोजिट मटेरियल्स नए अवसर पैदा कर रहे हैं।
सम्मेलन की अध्यक्षता डीन (आर एंड डी) प्रो. राजेश कुमार ने की, जबकि विशिष्ट अतिथियों में यूनिवर्सिटी ऑफ मैनचेस्टर, यूके के प्रो. प्रसाद पोटलुरी और ओक्लाहोमा स्टेट यूनिवर्सिटी, यूएसए के प्रो. राज नारायन सिंह शामिल थे। सिविल इंजीनियरिंग विभागाध्यक्ष प्रो. एस. मंडल ने विभाग की शोध उपलब्धियों और सम्मेलन के महत्व पर प्रकाश डाला। आयोजन समिति का नेतृत्व संयोजक डॉ. रोसालिन साहू और सह-संयोजक डॉ. श्रीहरी डोडला ने किया।
तीन दिनों तक चले 24 समानांतर तकनीकी सत्रों में 170 से अधिक मौखिक प्रस्तुतियाँ दी गईं। लगभग 200 प्रतिभागियों ने निर्माण तकनीकों, उन्नत कम्पोजिट अनुप्रयोगों, अनिश्चितता मॉडलिंग, पर्यावरणीय प्रभावों और भविष्य के शोध दिशाओं पर अपने विचार साझा किए। सम्मेलन की विशेषता 20 अंतरराष्ट्रीय कीनोट व्याख्यान रहे, जिनमें टेक्सास ए एंड एम यूनिवर्सिटी के प्रो. आर. तलरेजा, डरबन यूनिवर्सिटी (दक्षिण अफ्रीका) के प्रो. पावेल, आईआईटी दिल्ली के प्रो. एस. मुखोपाध्याय और प्रो. एन. भटनागर, तथा आईआईटी मद्रास के प्रो. कामराज और प्रो. ज्ञानमूर्ति सहित कई विशेषज्ञ शामिल थे।
समापन दिवस पर आयोजित वैलेडिक्टरी समारोह में मुख्य अतिथि प्रो. पावेल के साथ डॉ. एस. डे, डॉ. एच.एस. नंदा और प्रो. एस. मंडल उपस्थित रहे। डॉ. रोसालिन साहू ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत करते हुए ICRACM श्रृंखला के संस्थापक प्रो. वी.के. श्रीवास्तव और कोषाध्यक्ष डॉ. एल.एस. राव का विशेष आभार व्यक्त किया। छह थीमैटिक श्रेणियों में उत्कृष्ट प्रस्तुतियों को पुरस्कृत भी किया गया। कार्यक्रम के अंत में डॉ. डोडला ने घोषणा की कि 9th ICRACM का आयोजन 21–24 फरवरी 2028 के बीच MIT वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी, पुणे में किया जाएगा।