लंका गेट पर छात्र प्रतिरोध सभा, शिक्षा मंत्री के इस्तीफे और NTA को बैन करने की उठी मांग
वाराणसी। यूजीसी नेट की परीक्षा में पेपर लीक होने के कारण बीएचयू लंका गेट पर छात्रों ने प्रदर्शन किया और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के इस्तीफे की मांग की। छात्रों ने NTA को एक भ्रष्ट और अयोग्य संस्था बताते हुए उसे बैन करने की भी मांग की। छात्रों ने इस दौरान शिक्षा मंत्री इस्तीफा दो, NTA को बैन करो जैसे नारे लगाए।
इसी 18 जून को आयोजित NTA - NET की परीक्षा देशभर में आयोजित हुई थी, अगले ही दिन इस परीक्षा को पेपर लीक होने के कारण रद्द करना पड़ा। पिछले दिनों NEET के पेपर लीक को लेकर भी सरकार की कार्यक्षमता पर प्रश्नचिन्ह लगा हुआ है। छात्रों ने इस पूरे प्रकरण पर प्रधानमंत्री की चुप्पी पर भी सवाल उठाए।
छात्रों ने बताया कि NTA द्वारा आयोजित सभी परीक्षाओं में धांधली और अव्यवस्था खुले तौर पर दिखती आई है, लेकिन इस भ्रष्ट सरकार ने हमेशा ही छात्रों की आवाज को दबाने का काम किया, आज भी शिक्षा मंत्री सब कुछ खुले तौर पर साबित होने के बाद भी NEET पेपर लीक को मानने को तैयार नहीं हैं।
छात्रों ने आरोप लगाया कि सरकार की विफलता के कारण लाखों छात्रों का भविष्य दांव पर लगा हुआ है, इस पेपर लीक सरकार की कार्यप्रणाली बहुत ही निराशाजनक है, सरकार भ्रष्ट लोगों और अपराधियों को बचाने में लगी हुई है।
इस दौरान शंभू कन्नौजिया, विपिन आनंद ,अनुज, सुमन आनंद, जय प्रकाश, नैतिक तिवारी, मुरारी यादव, पम्मी,नीरज रेहान, वंदना उपाध्याय, मुरारी, शांतनु, जंग बहादुर, अक्षय, अमित, ऋषभ, डब्लू यादव, प्रदीप, सोनाली, राजेश, आइना, शुभम, विकास आनंद,राहुल, विवेक, श्रेयांश, जय मौर्या समेत सैकड़ों छात्र मौजूद रहे।