वाराणसी में स्मार्ट भुगतान समाधान, क्यूआर कोड से घर बैठे जमा करें टैक्स, 2.5 लाख परिवारों को मिली सुविधा
वाराणसी। स्मार्ट सिटी मिशन की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि के रूप में, वाराणसी नगर निगम और एक्सिस बैंक ने मिलकर 2.5 लाख से अधिक परिवारों को डिजिटल भुगतान की सुविधा प्रदान की है। एकीकृत क्यूआर कोड समाधान के माध्यम से अब नागरिक अपने घर बैठे ही घर का टैक्स और जल कर जैसे उपयोगिता बिलों का आसान और सुरक्षित भुगतान कर सकते हैं। यह पहल वाराणसी में डिजिटल परिवर्तन को गति देने और ई-गवर्नेंस को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इस साझेदारी के तहत, एक्सिस बैंक ने एक अद्वितीय क्यूआर कोड प्रणाली को लागू किया है, जिससे भुगतान प्रक्रिया न केवल सरल बनी है बल्कि नागरिकों को सुविधा और पारदर्शिता भी मिली है। बैंक ने वाराणसी नगर निगम के साथ मिलकर राजस्व संग्रहण को अधिक प्रभावी और सुव्यवस्थित बनाने में सहयोग किया है। यह समाधान न केवल डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देता है, बल्कि नगर निगम की सेवा डिलीवरी प्रणाली को भी सशक्त बनाता है।
नगर आयुक्त और स्मार्ट सिटी के सीईओ अक्षत वर्मा (आईएएस) ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि इससे भुगतान प्रक्रिया तेज, पारदर्शी और सरल हुई है। इस अवसर पर एक्सिस बैंक के वरिष्ठ अधिकारियों रेनॉल्ड डी’सूजा (प्रमुख - ब्रांच बैंकिंग, उत्तर एवं पूर्व), श्रीकेश पी. (क्षेत्रीय प्रमुख, उत्तर-3) – ने डिजिटल नवाचारों की भूमिका पर प्रकाश डाला और नगर निगम के साथ दीर्घकालिक साझेदारी को और मजबूत करने का संकल्प लिया।
यह डिजिटल समाधान केवल भुगतान तक सीमित नहीं है। यह नगर निगम कर्मचारियों की उपस्थिति की निगरानी, घर-घर कचरा संग्रहण की ट्रैकिंग और नागरिक शिकायतों के प्रबंधन में भी उपयोगी साबित हो रहा है। इससे स्मार्ट और पारदर्शी शहरी प्रशासन को बढ़ावा मिला है। एक्सिस बैंक द्वारा प्रदान किए गए अन्य नवाचारों में भुगतान गेटवे, प्रबंधन सूचना प्रणाली और ड्रोन सर्वेक्षण शामिल हैं, जो वाराणसी विकास प्राधिकरण को शहरी योजना एवं आपदा प्रबंधन में मदद करते हैं। इसके अलावा, बैंक ने काशी विश्वनाथ मंदिर में किओस्क की स्थापना और धार्मिक गलियारों के विकास में भी योगदान दिया है।
रेनॉल्ड डी’सूजा ने कहा, "हम डिजिटल इंडिया के विजन के अनुरूप वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उत्तर प्रदेश में नागरिकों को तकनीकी रूप से उन्नत समाधान उपलब्ध कराना हमारी प्राथमिकता है।" यह साझेदारी स्मार्ट काशी की दिशा में एक और ठोस कदम है।