पंचतत्व में विलीन हुए बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुनील ओझा, काशी ने नम आंखों से दी अंतिम विदाई

 

वाराणसी/मिर्जापुर। बीजेपी बिहार के प्रदेश सह प्रभारी सुनील ओझा का पार्थिव शरीर आज पंचतत्व में विलीन हो गया। भाजपा नेताओं व उनके परिजनों ने नम आंखों से उन्हें विदाई दी। सुनील ओझा का अंतिम संस्कार मिर्जापुर जनपद के कछवां स्थित गढ़ौली धाम में किया गया। इस दौरान उनकी चिता को मुखाग्नि उनके बड़े बेटे वायरल भाई ओझा व छोटे बेटे ऋत्विक ओझा ने दी। इस दौरान उनकी पत्नी, उनके दो बड़े भाई, दोनों भाभी, दोनों पुत्रों सहित पूरा परिवार उपस्थित रहा।

सुनील ओझा का पार्थिव शरीर गुरुवार को वाराणसी के लहरतारा स्थित महावीर लाइट लाया गया। जहां सभी ने भाजपा नेता के अंतिम दर्शन किए। इसके बाद उनका शरीर मिर्जापुर लाया गया। जहां गढ़ौली धाम में उनका अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान भाजपा राष्ट्रीय महामंत्री दुष्यंत कुमार गौतम, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी, भाजपा प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल, क्षेत्रीय अध्यक्ष दिलीप पटेल, राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार रविन्द्र जायसवाल, बिहार भाजपा के प्रदेश महामंत्री संगठन भीखू भाई दलसानिया, प्रयागराज सासंद रीता बहुगुणा, बड़ोदरा की सांसद रंजनबेन भट्ट सहित पार्टी के तमाम विधायक, पदाधिकारी एवं सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने श्री ओझा के पार्थिव शरीर पर श्रद्धासुमन अर्पित किए। 

गौरतलब है कि यूपी विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू होने के कारण सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस अंतिम यात्रा में शमिल नहीं हो पाए। उनके ओर से राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार रविन्द्र जायसवाल ने श्रद्धांजली अर्पित किया।


बता दें कि सुनील ओझा का गुड़गांव के एक अस्पताल में बुधवार भोर में इलाज के दौरान निधन हो गया था। जिसके बाद सोशल मीडिया से पार्टी ऑफिस तक उन्हें श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लग गया था। सुनील ओझा पीएम मोदी और शाह के काफी करीबी माने जाते थे। उन्होंने गुजरात विधानसभा चुनाव से लेकर वाराणसी के लोकसभा चुनाव में मोदी को जीताने में अहम भूमिका निभाई थी।