स्वर्गीय डा. राजेंद्र त्रिपाठी की पुण्यतिथि पर गोष्ठी, राज्यमंत्री ने पत्रकारिता में योगदान को सराहा
वाराणसी। स्वर्गीय डा. राजेंद्र त्रिपाठी की 11वीं पुण्यतिथि पर कमीशनरी सभागार में "आज के समय की पत्रकारिता विषय गोष्ठी एवं सम्मान समारोह" का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राज्यमंत्री दयाशंकर मिश्र दयालु ने डा. राजेंद्र त्रिपाठी के व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने पत्रकारिता में उनके योगदान को सराहा।
राज्य मंत्री ने कहा कि डॉ राजेंद्र त्रिपाठी ने समाज में और सरकार के साथ ताल मिलाकर पत्रकारिता के आयाम से विकास को आगे बढ़ाने में पूर्ण सहयोग किया। विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर राममोहन पाठक ने अपने अतीत के संस्करण में कहा कि मैं एवं स्वर्गीय डॉ राजेंद्र त्रिपाठी पूर्व काल में प्रोफेसर डीएन चतुर्वेदी जी के शिष्य रहे। गुरु भाई के रूप में हम दोनों ने मिलकर पत्रकारिता के जगत में वह पल समय देखा, जब पत्रकारिता की मूलभाव बेहद पैसों के सिद्धांत से ऊपर था।
इस अवसर पर आयोजक अक्षय सेवा फाउंडेशन के महासचिव वस्त्र मंत्रालय में सदस्य जी-20 के अंबेसडर धर्मेंद्र त्रिपाठी ने अपने पिता के संस्मरण को याद कर तत्कालीन सरकारों के साथ पत्रकारिता के दंड को भी साझा किया। इसमें उनके लिखे हुए लेख एवं बाय लाइंस का उदाहरण दिया। श्री त्रिपाठी ने कहा कि प्रतिवर्ष उनकी पुण्यतिथि पर समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों को सम्मानित किया जाता है। इस बार 11 पत्रकार और समाजसेवियों को सम्मानित किया गया।
नेशनल यूथ प्रेस एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष राजेश दुबे ने धन्यवाद ज्ञापन कर अतिथियों का आभार प्रकट किया। विशिष्ट अतिथि बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष राधे मोहन त्रिपाठी, पूर्व अपरायुक्त सतीशचंद्र मिश्रा, सचिन सनातनी, आयुष्मान सिंह व सौरभ पाठक आदि रहे। संचालन अमृता विश्वकर्मा और अतिथियों का स्वागत मुशीर अहमद, दिनेश कुमार ने किया।