भरतनाट्यम के प्रख्यात कलाकार डॉ. प्रेमचंद होम्बल का निधन, काशी में होगा अंतिम संस्कार

अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त भरतनाट्यम नर्तक और शिक्षक डॉ. प्रेमचंद होम्बल का शनिवार को लखनऊ में निधन हो गया। वे पिछले कुछ दिनों से बीमार थे और लखनऊ के मेदांता अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। निधन के बाद उनका पार्थिव शरीर वाराणसी लाया जा रहा है, जहां 20 अप्रैल को पारिवारिक परंपरा के अनुसार उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
 

वाराणसी। अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त भरतनाट्यम नर्तक और शिक्षक डॉ. प्रेमचंद होम्बल का शनिवार को लखनऊ में निधन हो गया। वे पिछले कुछ दिनों से बीमार थे और लखनऊ के मेदांता अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। निधन के बाद उनका पार्थिव शरीर वाराणसी लाया जा रहा है, जहां 20 अप्रैल को पारिवारिक परंपरा के अनुसार उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

डॉ. होम्बल ने बीएचयू के संगीत एवं मंचकला संकाय में लगभग 37 वर्षों तक अपनी सेवाएं दीं। एक समर्पित शिक्षक और विद्वान के रूप में वे भरतनाट्यम और नाट्यशास्त्र के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए जाने जाते थे। उन्होंने भारतीय शास्त्रीय नृत्य की शिक्षा को जन-जन तक पहुंचाने और इसकी वैश्विक पहचान बनाने में अहम भूमिका निभाई। उनकी अंतिम इच्छा के अनुसार, अंतिम संस्कार से पूर्व उनके पार्थिव शरीर को बीएचयू के आयुर्विज्ञान संस्थान (आईएमएस) में देहदान के लिए समर्पित किया जाएगा। यह निर्णय उनके शिक्षा और समाज सेवा के प्रति समर्पण को दर्शाता है।

डॉ. होम्बल को उनकी कला और योगदान के लिए कई सम्मान प्राप्त हुए। वर्ष 2000 में उन्हें उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार और वर्ष 2021 में केंद्रीय संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उनके निधन से कला जगत में गहरा शोक व्याप्त है।