Ramotsav 2024: राम को परब्रह्म मानने वाले कबीर को मिला रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का न्यौता

 
वाराणसी। राम और कबीर का बड़ा गहरा नाता है। भक्ति काल के निर्गुण कवि व समाज सुधारक कबीर राम के बहुत बड़े उपासक थे। उन्होंने अपनी रचनाओं में कई जगह राम को परब्रह्म मानते हुए उनका वर्णन किया है। अब इस राम के भक्त को भी प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण आया है।

भगवान श्री राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण कबीर के घर प्राकट्य जन्म स्थली लहरतारा को आया है । प्राकट्य स्थली के महंत गोविंद दास शास्त्री ने बताया कि राम और कबीर का अटूट रिश्ता है। कबीर साहब ने कहा है कि  'राम के नाम जपे जो प्राणी। निश्चय भक्त निवासा।'


 
इस प्रकार हम कह सकते हैं कि जो राम की भक्ति करता है, तो उसकी मुक्ति निश्चित है। कबीर साहब ने राम की महिमा को  अनंत बताया है। उन्होंने अपने अनेकों वाणी में राम की महिमा का व्याख्यान किया है। राम के नाम में वह शक्ति है कि यदि हम सिर्फ र शब्द का उच्चारण कर लें तो हमारी मुक्ति हो जाती है। पूर राम की आवश्यकता नहीं होता है।

 कबीर साहब को उनके गुरु स्वामी रामानंद जी  के द्वारा भी राम की ही दीक्षा मिली थी। यह हम सभी के लिए सौभाग्य की बात है कि हमारे शक्ति के उपासक प्रभु श्री राम की राज्य अभिषेक का निमंत्रण मिला है। यह हमारे लिए गौरव की बात है ।