गंगा में उफान, रमना अंत्येष्टि स्थल डूबा, पानी में समाई 20 एकड़ सब्जी की फसल  

गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है। जलस्तर चेतावनी बिंदु को पार कर चुका है। वहीं तटवर्ती इलाके जलमग्न होने लगे हैं। रमना अंत्येष्टि स्थल डूब चुका है। वहीं आसपास के इलाके में लगभग 20 एकड़ सब्जी की फसल जलमग्न हो गई है। ऐसे में किसानों को फसल बर्बादी का खतरा सताने लगा है। वहीं किसानों में मायूसी छा गई है। 
 

वाराणसी। गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है। जलस्तर चेतावनी बिंदु को पार कर चुका है। वहीं तटवर्ती इलाके जलमग्न होने लगे हैं। रमना अंत्येष्टि स्थल डूब चुका है। वहीं आसपास के इलाके में लगभग 20 एकड़ सब्जी की फसल जलमग्न हो गई है। ऐसे में किसानों को फसल बर्बादी का खतरा सताने लगा है। वहीं किसानों में मायूसी छा गई है। 

गंगा के जलस्तर में पिछले दो दिनों से लगातार वृद्धि हो रही है। काफी तेजी से पानी बढ़ रहा है। गंगा का पानी घाटों को डूबोने के साथ ही आसपास के इलाके में फैलने लगा है। गंगा की बाढ़ में रमना अंत्येष्टि स्थल डूब चुका है। वहीं लगभग 20 एकड़ सब्जी की फसल डूब गई। किसानों की मानें यदि तीन फीट पानी और बढ़ा तो लगभग 200 एकड़ फसल जलमग्न होकर बर्बाद हो जाएगी। 

पानी में डूबने की वजह से फसल के बर्बाद होने का खतरा बढ़ गया है। लोग घर-बार छोड़कर पलायन को मजबूर हो गए हैं। रमना निवासी राधेश्याम पटेल, अमित कुमार पटेल, जीत पटेल, लल्लन पटेल ने बताया कि गंगा के पानी में तैयार बोडा, नेनुआ, लौकी की फसल पानी में डूब कर खराब हो गई। 3 फीट पानी और बढ़ा तो 200 एकड़ से अधिक किसानों का फसल पानी में डूब कर खराब हो जाएगी। इससे किसानों की माली हालत खराब हो जाएगी। कहा कि यदि पानी और बढ़ा तो मवेशियों को लेकर हाईवे के सर्विस लेन पर शरण लेंगे।

तस्वीरों में देखिये हालात ...