बीएचयू आईआईटी मामले पर प्रदर्शन तेज, सपा और कांग्रेस ने निलंबित छात्रों के समर्थन में सौंपा ज्ञापन

 
वाराणसी। आईआईटी बीएचयू से जुड़ा मामला लगातार तूल पकड़ रहा है। हर दिन इसके विरोध में प्रदर्शन और ज्ञापन देने की घटनाएं बढ़ रही हैं। बीएचयू के छात्र भी विभिन्न स्थानों पर आंदोलन कर रहे हैं। सोमवार को इसी मुद्दे पर बीएचयू के सिंह द्वार पर विभिन्न छात्र संगठनों और सपा-कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने हजारों की संख्या में विरोध प्रदर्शन किया। सभी ने अपनी-अपनी बात रखी और बाद में एक रैली निकाली, जो सिंह द्वार से रविदास गेट होते हुए फिर सिंह द्वार पर समाप्त हुई।

इसी क्रम में मंगलवार को समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के केंद्रीय कार्यालय पर ज्ञापन सौंपने पहुँचा। दर्जनों की संख्या में सपा के कार्यकर्ता इस ज्ञापन देने पहुंचे थे। जब सपा का प्रतिनिधिमंडल पहुँचा, तो उन्हें सुरक्षा कर्मियों ने रोका, लेकिन बाद में चीफ प्रॉक्टर ने उनसे बातचीत की और ज्ञापन स्वीकार किया।

ज्ञापन में सपा प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि बीएचयू आईआईटी की एक छात्रा के साथ कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा अभद्रता और बलात्कार की घटना हुई थी, जिसके खिलाफ विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने न्याय की मांग को लेकर धरना और आंदोलन किया। विश्वविद्यालय प्रशासन ने कुछ आंदोलनकारी छात्रों को चिन्हित कर उन्हें निलंबित कर दिया है। 

प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि लोकतांत्रिक संस्थान में न्याय की मांग करना अपराध नहीं है और निलंबित छात्रों का निलंबन तुरंत निरस्त किया जाए, ताकि वे फिर से अपनी पढ़ाई शुरू कर सकें। ज्ञापन सौंपने वाले प्रमुख लोगों में अजय फौजी, विवेक यादव, पीयूष यादव, अभिषेक सिंह, सीमा राजभर बागी समेत दर्जनों सपा कार्यकर्ता शामिल थे।