प्रोफेसर अनूप सिंह बने एनपीएचसीई के तकनीकी सलाहकार समूह के सदस्य

बुजुर्गों के राष्ट्रीय कार्यक्रम की गतिविधियों में सरकार को तकनीकी सहायता प्रदान करने के लिए जिरियाट्रिक मेडिसिन विभाग (जराचिकित्सा विभाग) चिकित्सा विज्ञान संस्थान के संस्थापक अध्यक्ष प्रोफेसर अनुप सिंह को बुजुर्गों के स्वास्थ्य के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम- नेशनल प्रोग्राम फॉर हेल्थ केयर ऑफ़ एल्डर्ली (एनपीएचसीई) पर तकनीकी सलाहकार समूह के सदस्य के रूप में नामित किया गया है। प्रो. सिंह आईएमएस बीएचयू में बुजुर्गों के स्वास्थ्य देखभाल के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम (एनपीएचसीई) के नोडल अधिकारी भी हैं। 
 

वाराणसी। बुजुर्गों के राष्ट्रीय कार्यक्रम की गतिविधियों में सरकार को तकनीकी सहायता प्रदान करने के लिए जिरियाट्रिक मेडिसिन विभाग (जराचिकित्सा विभाग) चिकित्सा विज्ञान संस्थान के संस्थापक अध्यक्ष प्रोफेसर अनुप सिंह को बुजुर्गों के स्वास्थ्य के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम- नेशनल प्रोग्राम फॉर हेल्थ केयर ऑफ़ एल्डर्ली (एनपीएचसीई) पर तकनीकी सलाहकार समूह के सदस्य के रूप में नामित किया गया है। प्रो. सिंह आईएमएस बीएचयू में बुजुर्गों के स्वास्थ्य देखभाल के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम (एनपीएचसीई) के नोडल अधिकारी भी हैं। 

स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से गठित समिति बुजुर्ग स्वास्थ्य देखभाल के प्रावधान के संदर्भ में मौजूदा दिशानिर्देशों को की समीक्षा और विचार करेगी। समिति देश में बुजुर्गों के स्वास्थ्य देखभाल के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम (एनपीएचसीई) की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए प्रत्येक क्षेत्रीय और राष्ट्रीय केंद्र में एक समान प्रशासनिक नीतियों का निर्माण सुनिश्चित करेगी। समिति का गठन wHO ने वैश्विक स्तर/राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित अद्यतन दिशानिर्देशों और उद्देश्यों के मद्देनजर समय-समय पर परिचालन दिशानिर्देशों की समीक्षा करने और जराचिकित्सा के क्षेत्र में अनुभव किए गए प्रोग्रामेटिक अपडेट/चुनौतियों को साझा करने और आदान-प्रदान करने के उद्देश्य से किया गया है।

समिति एनपीएचसीई के नियमों को लागू करने और मजबूत करने के लिए प्रशिक्षण मॉड्यूल और नवीन विचारों के लिए तकनीकी इनपुट प्रदान करेगी। हाल ही में पीएम ने जिरियाट्रिक मेडिसिन विभाग(जराचिकित्सा विभाग) आईएमएस बीएचयू में चल रहे क्षेत्रीय जराचिकित्सा केंद्र को नेशनल सेंटर ऑफ एजिंग में अपग्रेड करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी। 23 फरवरी को 200 बेड के नेशनल सेंटर ऑफ एजिंग की आधारशिला रखी। इसके निर्माण की तैयारी शुरू कर दी गई है।