काशी में आएदिन गंगा में डूबकर जान गंवा रहे लोग, सामाजिक कार्यकर्ता अमन कबीर ने डीएम को सौंपा पत्र, उठाई मांग 

काशी में गंगा घाटों पर डूबने से मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसको लेकर सामाजिक कार्यकर्ता और अमन कबीर सेवा न्यास के अध्यक्ष अमन कबीर ने चिंता व्यक्त की है। उन्होंने जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार को पत्र सौंपा। पत्र में काशी के सर्वाधिक दुर्घटना वाले घाटों का उल्लेख करते हुए उन घाटों पर बैरिकेडिंग के साथ ही चेतावनी बोर्ड और सुरक्षा के व्यापक इंतजाम कराने की मांग की है। उन्होंने डीएम को उनकी ओर से किए जाने वाले सामाजिक कार्यों से भी अवगत कराया। जिलाधिकारी ने उनके कार्यों को सराहा।
 

वाराणसी। काशी में गंगा घाटों पर डूबने से मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसको लेकर सामाजिक कार्यकर्ता और अमन कबीर सेवा न्यास के अध्यक्ष अमन कबीर ने चिंता व्यक्त की है। उन्होंने जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार को पत्र सौंपा। पत्र में काशी के सर्वाधिक दुर्घटना वाले घाटों का उल्लेख करते हुए उन घाटों पर बैरिकेडिंग के साथ ही चेतावनी बोर्ड और सुरक्षा के व्यापक इंतजाम कराने की मांग की है। उन्होंने डीएम को उनकी ओर से किए जाने वाले सामाजिक कार्यों से भी अवगत कराया। जिलाधिकारी ने उनके कार्यों को सराहा।

पत्र में अमन कबीर ने स्पष्ट रूप से उल्लेख किया कि पंचगंगा घाट, ललिता घाट, तुलसी घाट, नीलकंठ घाट, शिवाला घाट, अहिल्याबाई घाट, सिंधिया घाट, बालाजी घाट सहित अनेक घाटों पर गहराई के संकेत, बैरिकेडिंग और चेतावनी बोर्डों का अभाव है। इसी के चलते स्नान के दौरान कई युवक व तीर्थयात्री अनजाने में गहरे पानी में चले जाते हैं और डूबने से उनकी जान चली जाती है।

उन्होंने कहा कि लगातार ऐसे हादसों की खबरें सामने आ रही हैं। यह गंभीर चिंता का विषय है। उन्होंने मांग की कि सभी प्रमुख स्नान घाटों पर पानी की गहराई दर्शाने वाले संकेतक, चेतावनी पोस्टर तथा बैरिकेडिंग की ठोस व्यवस्था की जाए, ताकि दुर्घटनाओं को रोका जा सके।