कृषि तकनीकी प्रबंध अभिकरण में एक दिवसीय कृषक जागरूकता कार्यक्रम एवं संगोष्ठी का आयोजन

 

वाराणसी। कृषि सूचना तंत्र में सुदृढ़ीकरण कृषक जागरूकता कार्यक्रम एवं कृषि तकनीकी प्रबंध अभिकरण में एक दिवसीय कृषक जागरूकता कार्यक्रम एवं संगोष्ठी का आयोजन बुधवार को साधन सहकारी समिति अलाउद्दीनपुर विकासखंड काशी विद्यापीठ में आयोजित किया गया। मेले का मुख्य उद्देश्य वर्तमान समय में चल रहे रवि की फसल के समसामयिक चर्चा उनके महत्वपूर्ण बिंदु किसान सम्मन निधि, फसल बीमा योजना, कृषि यंत्रीकरण सोलर पंप योजना बीज वितरण इत्यादि के विषय में किसानों को विस्तृत रूप में चर्चा करना था। 

मुख्य अतिथि के रूप में विधायक रोहनिया डॉ. सुनील पटेल द्वारा बताया गया कि पिछले रवि के मौसम में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना अंतर्गत जनपद बनारस के विमित किसानों को लगभग 6 करोड़ रुपए के क्षतिपूर्ति राशि किसानों के खाते में सीधे डीबीटी के माध्यम से दिया गया, यह प्रधानमंत्री का सबसे महत्वपूर्ण योजना है। जिसमें वाराणसी के किसान अब तक के इतिहास में सबसे अधिक लाभान्वित हुए हैं। इससे पूर्व मेले का उद्घाटन दीप प्रज्वलित कर डॉ. सुनील कुमार पटेल द्वारा किया गया। तदोपरांत समसामयिक चर्चा में वर्तमान समय में जनपद में धान की कटाई चल रही है, जिसमें फसल अवशेष को न जलाने हेतु किसानों को जागरूक किया गया।

इसके संबंध में सुप्रिया सोनी द्वारा विस्तार रूप से किसानों को बताया गया। विशेष रूप से कृषि विभाग द्वारा नि:शुल्क वेस्ट डी कंपोजर प्रदान किया जा रहा है। जिससे किसान इसका उपयोग करके अपने फसल अवशेष का समुचित रूप से खाद बनाकर अपने खेत में प्रयोग कर सकते हैं। दूसरे मुख्य बिंदु में प्रधानमंत्री किसान सम्मन निधि के रूप में रहा। जिसमें उपस्थित सभी किसानों को अपने ई केवाईसी के साथ-साथ अपने खाते को एनपीसीआई से लिंक करने हेतु सुझाव दिया गया। इसके साथ-साथ जिन किसान भाइयों का किसी कारणवश भूमि अंकन नहीं हुआ है, उन सभी किसान भाइयों का खतौनी को अपने नजदीकी कृषि विभाग कार्यालय में जमा करने हेतु निधि कुमारी द्वारा किसानों को बताया गया।

वर्तमान समय में समसामयिक चर्चा के रूप में विशेष रूप से गेहूं की फसल की तैयारी के साथ-साथ सरसों की खेती, चने की खेती, मटर की खेती इत्यादि के विषय में किसानों में विस्तृत रूप से अश्विनी सिंह द्वारा बताया गया। इसी के साथ-साथ किसानों में वर्तमान समय में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के विषय में भी चर्चा किया गया। जिसमें रवि के मौसम में मात्र 1.5 प्रतिशत की धनराशि प्रीमियम के रूप में देखकर किसान अपने फसल की बीमा कर सकता है।

किसानों के बीच एक प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। जिसमें मेले के बीच में जितने भी बिंदुओं को बताया गया उसमें से पांच प्रश्नों के उत्तर पूछे जाने पर विभिन्न किसानों को सरसों का बीज देकर पुरस्कृत भी किया गया। पुरस्कार पाने वाले किसानों में बनारसी मिश्रा बनकट अदीश कुमार पटेल अलाउद्दीनपुर आदि किसान थे। कुछ किसानों को जिन्होंने इस वर्ष प्रधानमंत्री कुसुम योजना अंतर्गत सोलर पंप लगवाया है, उन किसानों को भी प्रमाण पत्र देकर दिया गया, जिसमें राज नारायण पटेल रामशीपुर, देवनारायण पटेल कुरहुआ, प्रभात कुमार शर्मा, ध्यान पटेल प्रमुख रहे। मेले में उप कृषि निदेशक द्वारा किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मन निधि योजना, प्रधानमंत्री कुसुम योजना के साथ-साथ राजकीय बीज भंडार से अधिक से अधिक बी लेने हेतु प्रोत्साहित किया गया। इसी के साथ-साथ उन्होंने सभी किसानों को ई-केवाईसी एनपीसीआई भूमि अंकन इत्यादि करने हेतु प्रेरित किया।

मेले में स्टाल के रूप में जैविक खेती के इंस्टॉल, कृषि रक्षा विभाग के स्टॉल, मृदा परीक्षण विभाग के स्टॉल इत्यादि लगे थे। मेले का संचालन राजेश्वर शर्मा द्वारा किया गया। इसके साथ-साथ मेले का समापन एवं धन्यवाद ज्ञापन निरुपमा सिंह द्वारा किया गया।    

मेला में उप कृषि निदेशक अखिलेश कुमार सिंह, उप संभाग कृषि प्रसार अधिकारी कुमारी निरुपमा सिंह, सहायक विकास अधिकारी कृषि सुरेंद्र प्रताप सिंह, वरिष्ठ प्राविधिक सहायक अश्वनी सिंह विनय कुमार सिंह, प्राथमिक सहायक निधि कुमारी, राहुल राज, सुप्रिया सोनी, विवेक कुमार के साथ-साथ रामनरेश विनोद कुमार कुशवाहा, राजेश मिश्रा सहित सैकड़ों की संख्या में विभिन्न ग्राम पंचायत से उपस्थित किसान भाई रहे।