महामना पंडित मदन मोहन मालवीय की 163वीं जयंती पर अभिनंदन समारोह, महामना के मानस पुत्रों को किया गया सम्मानित
वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय के संस्थापक और भारत रत्न महामना पंडित मदन मोहन मालवीय जी की 163वीं जयंती के अवसर पर आश्रय सेवा संस्था और सुबह ए बनारस आनंद कानन द्वारा संयुक्त रूप से अस्सी घाट पर अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि के रूप में विजय कुमार मौर्य, पुलिस महानिदेशक, होमगार्ड, उत्तर प्रदेश सरकार ने शिरकत की, जबकि विशिष्ट अतिथि प्रो. रवि प्रकाश सिंह, कुलपति, अडानी विश्वविद्यालय, अहमदाबाद और अध्यक्षता अमरनाथ राय, पूर्व अध्यक्ष, नैक, बेंगलुरु ने की।
कार्यक्रम के दौरान विजय कुमार मौर्य को पुलिस द्वारा सलामी दी गई और उन्होंने महामना के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद, मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथियों ने मालवीय जी के जीवन पर आधारित चित्र संग्रह का अवलोकन किया। कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ दीप प्रज्वलन से हुआ, जिसमें मुख्य अतिथि विजय कुमार मौर्य, विशिष्ट अतिथि प्रो. रवि प्रकाश सिंह और अन्य गणमान्य लोग शामिल थे।
सम्मानित व्यक्तित्व
इस कार्यक्रम के दौरान महामना के मानस पुत्रों को उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया। विभिन्न क्षेत्रों में उनके अद्वितीय योगदान के लिए निम्नलिखित व्यक्तियों को सम्मानित किया गया:
• बिजय कुमार मौर्य – प्रशासनिक सेवा
• प्रो. रामचन्द्र पाण्डे – शिक्षा सेवा
• सुरेंद्र बहादुर सिंह – सामाजिक सेवा
• डॉ. मंगला राय – प्रशासनिक शिक्षा सेवा
• सचिन मोहन शर्मा – तकनीकी प्रशासनिक सेवा
• अरुण त्रिपाठी – विधि सेवा
• प्रो. टी. एम. महापात्रा – चिकित्सा सेवा
• प्रो. एस. पी. सिंह – प्रशासनिक शिक्षा सेवा
• डॉ. एम. एन. सिंह – कृषि वैज्ञानिक
• डॉ. स्वाति यश मिश्रा – शिक्षा सेवा
इसके अलावा, काशी हिंदू विश्वविद्यालय की विभिन्न परीक्षाओं में उच्च स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभावान विद्यार्थियों को भी मेधा सम्मान 2024 से सम्मानित किया गया, जिनमें प्रमुख रूप से शामिल हैं:
• अतुल्या मिश्रा – विज्ञान शिक्षा
• दिव्यांशी दुबे – विज्ञान शिक्षा
• ज्योति तिवारी – संस्कृत शिक्षा
• अनन्या त्रिवेदी – वाणिज्य शिक्षा
• गरिमा त्रिपाठी – अंग्रेजी शिक्षा
• प्रियम शर्मा – सामाजिक शिक्षा
• ईशान घोष – संगीत शिक्षा
कार्यक्रम का संचालन पंडित प्रमोद मिश्रा ने किया। इस अवसर पर सुबह ए बनारस के संस्थापक सचिव डॉ. रत्नेश वर्मा ने महामना के व्यक्तित्व को प्रेरणा का स्रोत बताया और उनकी प्रेरणा से आगामी पीढ़ियों को मार्गदर्शन मिलने की बात की।