साल के अंतिम दिन दशाश्वमेध घाट पर हुई मां गंगा की भव्य आरती, 1100 दीपों से स्वागतम लिखकर नए साल का स्वागत 

वर्ष 2023 के अंतिम दिन रविवार की शाम दशाश्वमेध घाट पर मां गंगा की भव्य आरती की गई। इस दौरान 1100 दीपों से स्वागतम लिखकर नए साल का स्वागत किया। वहीं मां गंगा से देश और समाज के सुख-समृद्धि की कामना की गई। 
 

वाराणसी। वर्ष 2023 के अंतिम दिन रविवार की शाम दशाश्वमेध घाट पर मां गंगा की भव्य आरती की गई। इस दौरान 1100 दीपों से स्वागतम लिखकर नए साल का स्वागत किया। वहीं मां गंगा से देश और समाज के सुख-समृद्धि की कामना की गई। 

गंगा सेवा निधि की ओर से साल के आखिरी दिन भव्य गंगा आरती का आयोजन किया गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 108वें मन की बात के पूर्ण होने पर उन्हें शुभकामनाएं दी गईं। वहीं 1100 दीपों से घाट पर स्वागतम लिखा गया था। इसके जरिये मां गंगा व बाबा विश्वनाथ से देश व समाज के समृद्धि की कामना की गई। 

गंगा सेवा निधि के कोषाध्यक्ष आशीष तिवारी ने कहा कि सनातन के सानिध्य में 2023 की विदाई हो रही है। 2023 अपने आप में कई चीजों का गवाह रहेगा, इतिहास बना रहेगा। लोगों के अंदर आध्यात्मिकता के प्रति समर्पण पैदा हुआ है। युवा पीढ़ी के अंदर भी धर्म के प्रति आस्था बढ़ी है। मां गंगा व बाबा विश्वनाथ से यही प्रार्थना है कि इसी तरह लोगों के जीवन में उत्साह व आनंद बना रहे है। कोई नई बीमारी अथवा विपत्ति न आए। इस दौरान सेवा निधि के अध्यक्ष सुशांत मिश्रा, सचिव हनुमान यादव समेत अन्य उपस्थित रहे।