जन्माष्टमी पर मणि मंदिर में गूंजी शहनाई, ठाकुर जी का विशिष्ट श्रृंगार, 51 कुंतल हलवा का भोग लगा 

दुर्गाकुण्ड स्थित मणि मंदिर (धर्मसंघ) में सोमवार को श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की धूम रही। इस दौरान विविध आयोजनों से सम्पूर्ण परिसर दिन भर चहकता रहा। जन्मोत्सव पर मणि मंदिर में प्रातः काल से ही पूजन अर्चन प्रारंभ रहा। सर्वप्रथम ठाकुर जी का विशिष्ट श्रृंगार किया गया। वहीं पंचामृत स्नान कराया गया। वहीं 51 कुंतल हलवा का भोग लगाया गया। 
 

वाराणसी। दुर्गाकुण्ड स्थित मणि मंदिर (धर्मसंघ) में सोमवार को श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की धूम रही। इस दौरान विविध आयोजनों से सम्पूर्ण परिसर दिन भर चहकता रहा। जन्मोत्सव पर मणि मंदिर में प्रातः काल से ही पूजन अर्चन प्रारंभ रहा। सर्वप्रथम ठाकुर जी का विशिष्ट श्रृंगार किया गया। वहीं पंचामृत स्नान कराया गया। वहीं 51 कुंतल हलवा का भोग लगाया गया। 

मध्य रात्रि धर्मसंघ पीठाधीश्वर स्वामी शंकरदेव चैतन्य ब्रह्मचारी जी महाराज के सानिध्य में प्रभु श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाया गया। ठाकुर जी को पंचामृत स्नान करा कर उनका प्राकट्य कराया गया। इस मौके पर हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रभु की छवि का दर्शन कर स्वयं को कृतार्थ किया। जन्माष्टमी के अवसर पर 51 कुंतल हलवे का भोग लगाया गया। इसे हजारों की संख्या में आए श्रद्धालुओं में वितरित किया गया।

शहनाई की मंगल ध्वनि से गुंजायमान रहा प्रांगण
सायं 4 बजे से ही मंदिर मे शहनाई की मंगल ध्वनि गूंजने लगी। उसके बाद स्थानीय कलाकारों द्वारा सोहर एवं बधाई गीतों की प्रस्तुति दी गयी। इसके साथ ही स्थानीय जूही नृत्य कला केंद्र द्वारा श्रीकृष्ण जन्म पर आधारित नृत्य नाटिका भी प्रस्तुत की गई। समस्त धार्मिक कार्यक्रमो का संयोजन पण्डित जगजीतन पाण्डेय ने किया। श्रृंगार राजीव लोचन ने किया। कलाकारो का स्वागत राजमंगल पाण्डेय ने किया।