पोषण माह की शुरुआत: अपर जिलाधिकारी ने पोषण वाहन को दिखाई हरी झंडी, शहर और गांव में पोषण, स्वास्थ्य और शिक्षा का संदेश पहुंचाएंगे वाहन
वाराणसी। अपर जिलाधिकारी (नगर) और प्रभारी जिलाधिकारी आलोक वर्मा ने मंगलवार को सर्किट हाउस से पोषण प्रचार-प्रसार वाहन को हरी झंडी दिखाकर राष्ट्रीय पोषण माह की शुरुआत की। उन्होंने बताया कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य छह साल से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं में कुपोषण को कम करना है। इस अभियान के तहत, सामुदायिक गतिविधियों के माध्यम से लोगों को पोषण और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जाएगा और उनकी भागीदारी बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा।
जिला कार्यक्रम अधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने जानकारी दिया कि राष्ट्रीय पोषण माह के तहत दो पोषण वाहन शहर की बस्तियों, घनी आबादी वाले क्षेत्रों और ग्रामीण इलाकों में सभी ग्राम पंचायतों में घूमकर पोषण, स्वास्थ्य और शिक्षा से संबंधित संदेश देंगे। मंगलवार को ये वाहन पिंडरा और हरहुआ क्षेत्रों में जाकर लोगों को जागरूक कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि इस पोषण माह के दौरान चार मुख्य पहलुओं पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। जिसमें एनीमिया और कुपोषण के खिलाफ अभियान को और मजबूत करना, प्रसव से पहले और बाद की देखभाल, आहार, और स्तनपान पर ध्यान देकर गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली माताओं, और किशोर लड़कियों के पोषण में सुधार लाना आदि पर काम किया जायेगा।
इसके साथ ही स्वच्छता, एनीमिया की रोकथाम, और मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर जोर दिया जायेगा। ‘स्वस्थ भारत’ के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली माताओं, छह साल से कम उम्र के बच्चों, और किशोर लड़कियों पर विशेष ध्यान देते हुए आउटरीच कार्यक्रम, स्वास्थ्य शिविर, आदि का आयोजन भी किया जायेगा।
इसके अतिरिक्त, जल संरक्षण के अंतर्गत आंगनबाड़ी केंद्रों पर वर्षा जल संचयन को प्रोत्साहित किया जाएगा और पर्यावरण संरक्षण के तहत ‘एक पेड़ माँ के नाम’ योजना के तहत पौधारोपण किया जाएगा। स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देने के लिए योग शिविर आयोजित किए जाएंगे, और डायरिया (दस्त) प्रबंधन एवं हाथ धोने के महत्व पर भी जोर दिया जाएगा। इस अवसर पर बाल विकास परियोजना अधिकारी (सीडीपीओ) और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता भी उपस्थित थीं।