महाशिवरात्रि पर एनडीआरएफ गंगा में मुस्तैद, वाटर एंबुलेंस भी रही सक्रिय  

महाशिवरात्रि पर काशी विश्वनाथ धाम और गंगा घाटों पर श्रद्धालु भारी संख्या में उमड़े। ऐसे में एनडीआरएफ मुस्तैद रही। वहीं वायर एंबुलेंस भी सक्रिय रही। ताकि अप्रिय घटना के दौरान श्रद्धालुओं को त्वरित राहत उपलब्ध कराई जा सके। 
 

वाराणसी। महाशिवरात्रि पर काशी विश्वनाथ धाम और गंगा घाटों पर श्रद्धालु भारी संख्या में उमड़े। ऐसे में एनडीआरएफ मुस्तैद रही। वहीं वाटर एंबुलेंस भी सक्रिय रही। ताकि अप्रिय घटना के दौरान श्रद्धालुओं को त्वरित राहत उपलब्ध कराई जा सके। 

एनडीआरएफ की टीमों को नमो घाट, राजघाट, शीतला घाट, मणिकर्णिका घाट, ललिता घाट, प्रयाग घाट, दशाश्वमेध घाट, त्रिपुराभैरवी घाट, मानमंदिर घाट और नजदीकी घाटों पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा में गंगा नदी में तैनात किया गया था। साथ ही गंगा में बोट के माध्यम से पेट्रोलिंग भी की जा रही थी। एनडीआरएफ की मेडिकल टीम वाटर अम्बुलेंस के साथ विभिन्न घाटों पर उपस्थित रहकर श्रद्धालुओं के प्राथमिक उपचार एवं सहायता के लिए तैनात रही। इसके अतिरिक्त श्रद्धालुओं की भारी संख्या एवं सुरक्षा के दृष्टिगत मार्कन्डेय महादेव, कैथी में भी एनडीआरएफ टीम को गंगा में तैनात किया गया है। 

दशाश्वमेध घाट पर मेडिकल कैंप भी आयोजित किया गया। इसमें एनडीआरएफ के डॉक्टर विवेक सिंह, उप कमांडेंट मेडिकल टीम के साथ मौजूद रहे। इस दौरान घाट पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए निःशुल्क चिकित्सा शिविर के साथ प्राथमिक उपचार की भी सुविधा भी दी जा रही थी। एनडीआरएफ की दो टीमें 20 बोट और बचाव कर्मियों के साथ वाराणसी के प्रमुख घाटों पर तैनात रहीं। इसमें गोताखोर और पैरामेडिक्स स्टाफ डीप डाइविंग सेट, लाइफ जैकेट, लाइफ बॉय व अन्य आधुनिक बचाव उपकरणों के साथ मौजूद रहे। 11 एनडीआरएफ के उपमहानिरीक्षक मनोज कुमार शर्माने बताया कि एनडीआरएफ किसी भी तरह की अप्रिय घटना व आपदा से निबटने में सक्षम है।