बीएचयू में राष्ट्रीय युवा सम्मेलन का आयोजन, कृषि क्षेत्र की चुनौतियों पर चर्चा, विजेताओं को मिला एआईएसए पुरस्कार 

काशी हिंदू विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान संस्थान में गुरुवार को 8वें राष्ट्रीय युवा सम्मेलन का आयोजन किया गया। अखिल भारतीय कृषि छात्र संघ, एआईएएसए, नई दिल्ली, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर), नई दिल्ली और कृषि विज्ञान संस्थान, बीएचयू की ओर से संयुक्त रूप से आयोजित कार्यक्रम में वैज्ञानिक समुदाय और जीवंत युवाओं भाग लिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कृषि क्षेत्र की चुनौतियों पर चर्चा की। साथ ही केंद्र व प्रदेश सरकार की ओर से की गई पहल से भी अवगत कराया। 
 

वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान संस्थान में गुरुवार को 8वें राष्ट्रीय युवा सम्मेलन का आयोजन किया गया। अखिल भारतीय कृषि छात्र संघ, एआईएएसए, नई दिल्ली, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर), नई दिल्ली और कृषि विज्ञान संस्थान, बीएचयू की ओर से संयुक्त रूप से आयोजित कार्यक्रम में वैज्ञानिक समुदाय और जीवंत युवाओं भाग लिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कृषि क्षेत्र की चुनौतियों पर चर्चा की। साथ ही केंद्र व प्रदेश सरकार की ओर से की गई पहल से भी अवगत कराया। 

उन्होंने कहा कि कृषि की चुनौतियों को प्रमुख वैज्ञानिक प्रस्तावों के माध्यम से कम करने की आवश्यकता है। सम्मेलन के दौरान कृषि और खाद्य सुरक्षा के विभिन्न विषयगत क्षेत्रों पर विचार-विमर्श किया गया। उन्होंने देश में कृषि क्षेत्र के समग्र विकास के लिए राज्य और केंद्र दोनों सरकारों द्वारा की गई विभिन्न प्रमुख पहलों पर भी जोर दिया। डॉ. आरसी अग्रवाल, डीडीजी, आईसीएआर,  नई दिल्ली और डॉ. आरजी. अग्रवाल धानुका एग्रीटेक के अध्यक्ष उद्घाटन सत्र के अतिथि थे। 

कृषि विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रो. एसवीएस राजू ने स्वागत भाषण दिया। प्रोफेसर यूपी सिंह, डीन कृषि संकाय, बीएचयू, एआईएएसए के मुख्य नीति सलाहकार डॉ. सहदेव सिंह ने भी संबोधित किया। राष्ट्रीय आयोजन सचिव डॉ. आशीष खंडेलवाल ने सम्मेलन के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर सम्मेलन की स्मारिका एवं सार-संक्षेप पुस्तक का विमोचन किया गया। इस अवसर पर विभिन्न पुरस्कार विजेताओं को एआईएएसए पुरस्कार भी प्रदान किए गए। उद्घाटन सत्र प्रोफेसर अमिताव रक्षित द्वारा प्रस्तावित धन्यवाद प्रस्ताव और उसके बाद राष्ट्रगान के साथ समाप्त हुआ।