म्यांमार के प्रतिनिधिमंडल ने संपूर्णानंद का किया दौरा, विश्वविद्यालय व म्यांमार करेंगे शोध 

संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय और म्यांमार के महावीर धम्मविनय विश्वविद्यालय के बीच आठ विषयों पर शोध के लिए एमओयू होगा। दोनों विश्वविद्यालय संस्कृत, पाली, बौद्ध दर्शन, इतिहास, पुरातत्व, सामाजिक विज्ञान, पर्यटन व पांडुलिपी अध्ययन विषय पर मिलकर कार्य करेंगे। बुधवार को म्यांमार के प्रतिनिधिमंडल ने विश्वविद्यालय का दौरा किया। इस दौरान एमओयू के लिए अंतिम दौर की वार्ता हुई। 
 

वाराणसी। संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय और म्यांमार के महावीर धम्मविनय विश्वविद्यालय के बीच आठ विषयों पर शोध के लिए एमओयू होगा। दोनों विश्वविद्यालय संस्कृत, पाली, बौद्ध दर्शन, इतिहास, पुरातत्व, सामाजिक विज्ञान, पर्यटन व पांडुलिपी अध्ययन विषय पर मिलकर कार्य करेंगे। बुधवार को म्यांमार के प्रतिनिधिमंडल ने विश्वविद्यालय का दौरा किया। इस दौरान एमओयू के लिए अंतिम दौर की वार्ता हुई। 

म्यांमार के प्रतिनिधिमंडल के अध्यक्ष डा. आशीष विज्जानंद ने कहा कि भारतीय ज्ञान परंपरा की इस संस्था में समृद्ध संस्कृत भाषा का भंडार है। समृद्ध ग्रंथालय और संरक्षित दुर्लभ पांडुलिपियों का संग्रह है। यहां से पाली सहित अन्य भाषाओं को समृद्ध बनाने की अनेक संभावनाएं हैं। इसलिए 234 वर्ष पुरानी इस संस्था से समझौता होने पर म्यांमार के अध्यापकों और विद्यार्थियों को लाभ होगा। 

संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बिहारीलाल शर्मा ने कहा कि दोनों देशों के बीच शैक्षणिक समझौते से अंतरराष्ट्रीय संबंधों को मजबूत करने और वैश्विक स्तर पर संस्कृत और भारतीय संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा। दोनों संस्थाओं से संस्कृतियों एवं भाषा विचारों का आदान-प्रदान होगा। इस एमओयू के तहत रिफ्रेशर कोर्स, ट्रेनिंग, वर्कशाप और विभिन्न विषयों पर सेमिनार आयोजित किए जाएंगे।