बरेका में हुई मॉक ड्रिल, नागरिक सुरक्षा संगठन ने युद्धकालीन आपदा से बचाव को किया ट्रेंड
वाराणसी। बरेका परिसर में गृह मंत्रालय के निर्देशानुसार बुधवार को नागरिक सुरक्षा हेतु मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इसमें युद्ध या शत्रु आक्रमण जैसे आपातकालीन परिदृश्य में त्वरित प्रतिक्रिया, समन्वय और आवश्यक सेवाओं की तत्परता को परखा गया। इस दौरान सिविल डिफेंस स्वयंसेवकों, प्रशिक्षकों और संबंधित विभागों ने सक्रिय भागीदारी निभाई।
विभिन्न स्थानों पर प्रशिक्षण
मॉक ड्रिल के तहत बरेका केंद्रीय विद्यालय, कंचनपुर, बाल निकेतन, प्रशासन भवन और गुमटी मार्केट सब्जी मंडी में सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स ने छात्रों, कर्मचारियों और आम नागरिकों को युद्धकालीन परिस्थितियों में जान-माल की सुरक्षा और बचाव के उपायों का प्रशिक्षण दिया। वॉलंटियर्स ने विस्तार से बताया कि आपात स्थिति में सुरक्षा और बचाव कैसे सुनिश्चित किया जा सकता है।
आपातकालीन परिस्थितियों का प्रशिक्षण
प्रशिक्षण के दौरान वॉलंटियर्स ने हवाई हमले के समय घायल व्यक्तियों को सुरक्षित अस्पताल पहुंचाने, बमबारी और आग लगने की स्थिति में बचाव के उपाय, और सामान्य नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के तरीके सिखाए। प्रदर्शन में बचाव और राहत कार्य, सीपीआर, फायरमैन लिफ्ट, स्ट्रेचर ड्रिल, फायर फाइटिंग, बेसिक लाइफ सपोर्ट (BLS), और निकासी योजनाओं का पूर्वाभ्यास किया गया।
ब्लैकआउट का आयोजन
मॉक ड्रिल के हिस्से के रूप में बरेका परिसर में रात 8:00 बजे से 8:10 बजे तक ब्लैकआउट का आयोजन किया जाएगा, ताकि युद्धकालीन परिस्थितियों में अंधेरे में बचाव कार्यों की तैयारी को परखा जा सके।
अधिकारियों का संदेश
इस अवसर पर प्रमुख मुख्य विद्युत इंजीनियर सुशील कुमार श्रीवास्तव ने कहा, "इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य आपातकालीन परिस्थितियों में त्वरित राहत और बचाव कार्यों की क्षमता को बढ़ाना है।" मॉक ड्रिल का आयोजन बरेका नागरिक सुरक्षा संगठन के नियंत्रक अनुज कटियार के दिशा-निर्देशन में किया गया।इस दौरान प्रमुख वित्त सलाहकार मुक्तेश मित्तल, प्रमुख मुख्य कार्मिक अधिकारी जनार्दन सिंह, उप नियंत्रक महेश प्रताप सिंह, नागरिक सुरक्षा अधिकारी विजय कुमावत, केंद्रीय विद्यालय कंचनपुर के प्राचार्य श्रीधर पांडेय, जन संपर्क अधिकारी राजेश कुमार, और महिला कल्याण संगठन की कोषाध्यक्षा अनुप्रिया सिंह सहित बरेका के कई अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।