मिर्जामुराद: नागेपुर में आयोजित जन संसद में जुटे देश भर के समाजसेवी, राजनीति में विभिन्न मुद्दों पर हुई चर्चा

 
वाराणसी। मिर्जामुराद क्षेत्र के नागेपुर स्थित लोक समिति आश्रम दल मुक्त भारत संगठन के तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन का आयोजन किया गया। जिसमें देश के 16 राज्यों से सौ से ज्यादा समाजसेवी और लोकतंत्र सेनानी एकत्रित हुए। अधिवेशन के अंतिम दिन रविवार को जन संसद का आयोजन किया गया। जन संसद में बड़े पैमाने पर स्थानीय ग्रामीण लोगों ने भागीदारी की। 

कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन से हुई। इसके बाद लोक समिति के वाराणसी जिला अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह आचार बदलता नहीं अगर, सरकार बदलकर क्या होगा...? गीत सुनाया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रोफेसर आनंद कुमार ने लोकतन्त्र की मजबूती के लिए राजनीति में युवाओं और महिलाओं को आने का आह्वान किया। उन्होंने आपातकाल की चर्चा करते हुए बताया कि लोकनायक जयप्रकाश नारायण समेत जब देश के सभी बड़े नेता गिरफ्तार हो गए थे, तब देश की जनता ने मौन क्रांति करते हुए तत्कालीन सरकार को सत्ता से हटा दिया और नई सरकार बनी।  

सर्व सेवा संघ के रामधीरज ने कहा कि वर्तमान समय में सरकार अपने वादे को पूरा नहीं कर रही है। गंगा सफाई अभियान एक धोखा साबित हुआ है। शहर कंक्रीट का जंगल बनता जा रहा है। ऑक्सीजन की समस्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है लेकिन सरकार विकास के नाम पर जगलो को काट रही है। राजकोट गुजरात से आए अशोक पटेल आज बताया गया कि सरकार आपको एक के बाद एक शिगूफा फेक रही है और जनता उसमे उलझती जा रही है। जीवन के असली मुद्दे से भटक रही है। 

युवा सामाजिक कार्यकर्ता धनंजय त्रिपाठी ने सुप्रीम कोर्ट के चर्चित केस केशवानंद भारती मामले पर प्रकाश डालते हुए सरकार की तानाशाही रवैया के बारे में बात करते हुए और जनता के अंदर सरकार के तानाशाही रवैए के ओर ध्यान आकर्षित किया। 

कार्यक्रम में दर्जनों गांवों से 500 से अधिक लोगों की भागीदारी रही। कार्यक्रम का संचालन नंदलाल मास्टर व अध्यक्षता ग्राम प्रधान मुकेश कुमार ने किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से गुजरात से अशोक भाई पटेल, वासुदेव पटेल, पुणे से विनायक रायकर, डॉ० सचिन पेडकर, मुंबई से डॉ० अभय छेड़ा, बंगाल से राजा, दिल्ली से रामबीर श्रेष्ठ, रागिनी, सोनी, अनीता, आशा, रामबचन, शिवकुमार, पंचमुखी, सुनील मास्टर, झारखंड से ओमप्रकाश, श्यामसुंदर आदि लोग शामिल रहे।