महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में महिला सशक्तिकरण पर काव्य पाठ, स्लोगन और नुक्कड़ नाटक के जरिये किया जागरूक 

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के महिला सशक्तिकरण प्रकोष्ठ की ओर से मंगलवार को काव्य पाठ, स्लोगन निर्माण और नुक्कड़ नाटक जैसे कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना और लैंगिक असमानता पर जागरूकता फैलाना था।
 

वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के महिला सशक्तिकरण प्रकोष्ठ की ओर से मंगलवार को काव्य पाठ, स्लोगन निर्माण और नुक्कड़ नाटक जैसे कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना और लैंगिक असमानता पर जागरूकता फैलाना था।

मुख्य अतिथि मानविकी संकाय के संकायाध्यक्ष प्रो. अनुराग कुमार ने समाज में व्याप्त लैंगिक विषमता पर प्रकाश डाला। उन्होंने हिंदी और अंग्रेजी साहित्य के उदाहरणों के माध्यम से पितृसत्तात्मक व्यवस्था और उससे उत्पन्न सामाजिक समस्याओं की चर्चा की। प्रो. अनुराग ने विद्यार्थियों को सामाजिक और पारिवारिक संरचना में सकारात्मक सुधार लाने के लिए व्यक्तिगत विकास और विचारों में बदलाव की आवश्यकता पर जोर दिया।

काव्य पाठ में विद्यार्थियों ने महिला सशक्तिकरण पर आधारित अपनी कविताओं का प्रस्तुतीकरण किया। मनीष कुमार यादव, सत्या दीक्षित, श्रेया सिंह, श्रेया मुखर्जी, सुनीता यादव, चयनिका पटेल, यशस्वी सिंह, अमन रावत, और आशीष मिश्रा ने अपनी कविताओं के माध्यम से महिलाओं की स्थिति और सशक्तिकरण की महत्ता पर अपने विचार व्यक्त किए।

नाट्य कला विभाग और अन्य विभागों के विद्यार्थियों ने 'नारी शक्ति' विषय पर नुक्कड़ नाटक का प्रदर्शन किया, जिसमें समाज में महिलाओं की भूमिका और उनकी चुनौतियों को दिखाया गया। इस नाटक में कुंदन कुमार, रंजना सोनकर, भानु प्रताप, आनंद कुमार, विनय कुमार, हिमांशु रावत, दीपा कुशवाहा, महिमा पांडे, रुचि यादव और लियाकत अली ने भाग लिया। नाटक ने दर्शकों को महिला सशक्तिकरण के महत्व के प्रति जागरूक किया।

स्लोगन निर्माण प्रतियोगिता में यशस्वी, श्रेया, श्रेया सिंह, सत्या, अमिता, किरन, सुनीता आदि विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम की शुरुआत में अतिथियों का स्वागत अंग्रेजी विभाग की अध्यक्ष डॉ. निशा सिंह ने किया। कार्यक्रम का संचालन आशीष मिश्रा ने किया, जबकि विषय प्रवर्तन डॉ. विजय कुमार रंजन द्वारा किया गया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. किरन सिंह ने किया। इस अवसर पर डॉ. शुभ्रा शर्मा, डॉ. अर्पिता चौरसिया और अन्य शिक्षकगण भी उपस्थित रहे।