काशी में भगवान जगन्नाथ का होगा जलाभिषेक, 15 दिन बाद निकलेगी भव्य रथयात्रा

ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष पूर्णिमा, 11 जून को अस्सी स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर में भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा और भाई बलभद्र का पारंपरिक जलाभिषेक श्रद्धालुओं द्वारा विधि-विधान के साथ किया जाएगा। श्री जगन्नाथ जी ट्रस्ट के सचिव शैलेश तिवारी ने बताया कि जलाभिषेक के बाद भगवान अस्वस्थ हो जाते हैं और अगले 15 दिनों तक उन्हें औषधीय काढ़े का भोग अर्पित किया जाता है। इस अवधि में भगवान विश्राम करते हैं और उनका विशेष उपचार होता है।
 

वाराणसी। ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष पूर्णिमा, 11 जून को अस्सी स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर में भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा और भाई बलभद्र का पारंपरिक जलाभिषेक श्रद्धालुओं द्वारा विधि-विधान के साथ किया जाएगा। श्री जगन्नाथ जी ट्रस्ट के सचिव शैलेश तिवारी ने बताया कि जलाभिषेक के बाद भगवान अस्वस्थ हो जाते हैं और अगले 15 दिनों तक उन्हें औषधीय काढ़े का भोग अर्पित किया जाता है। इस अवधि में भगवान विश्राम करते हैं और उनका विशेष उपचार होता है।

मंदिर के पुजारी राधेश्याम पांडे के अनुसार, यह परंपरा कार्तिक शुक्ल पूर्णिमा से चली आ रही है, जब अत्यधिक स्नान के कारण भगवान को अस्वस्थ माना जाता है। भगवान के स्वास्थ्य लाभ के बाद वे आषाढ़ अमावस्या को डोली में सवार होकर रथयात्रा के लिए निकलते हैं।

इस बार रथयात्रा की शोभायात्रा असि से निकाली जाएगी और 27 से 29 जून तक रथयात्रा स्थल पर तीन दिवसीय मेला आयोजित किया जाएगा। फिलहाल मंदिर में जलाभिषेक को लेकर तैयारियां अंतिम चरण में हैं। मंदिर परिसर की रंगाई-पुताई व सजावट का कार्य तेजी से पूरा किया जा रहा है।