नाखूनों से बनी पेंटिग से दिया गंगा निर्मलीकरण का संदेश, कोलकाता की संस्था ने किया नमामि गंगे टीम का सम्मान

 
- राजघाट पर धरोहरों के संरक्षण के उद्देश्य से पैदल चलके देखो पोस्टर की लांचिंग सहित विविध कार्यक्रम

वाराणसी। काशी में गंगा निर्मलीकरण के लिए निरंतर प्रयासरत नमामि गंगे महानगर टीम के कार्यों से प्रभावित होकर कोलकाता की संस्था ने सम्मान किया। फ़ोटो और टूर शब्द से बने फोटुर संस्था के संस्थापक अभिषेख भट्टाचार्य के नेतृत्व में कोलकाता की 10 सदस्यों की टीम पिछले तीन दिनों से काशी में धरोहरों के संरक्षणार्थ भ्रमण कर रहें हैं।

इस दौरान उन्होंने करीब चार पीढ़ियों पूर्व बनाए गए पुराने घर की देख-रेख कर रहे केवल कुशवाहा से धरोहर के प्रति दृष्टिकोण को जाना। संस्था द्वारा राजघाट पर ‘या देवी सर्वभूतेषु’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दौरान देश की सांस्कृतिक धरोहर माँ गंगा के निर्मलीकरण के लिए कार्य कर रहे नमामि गंगे महानगर सहसंयोजक शिवम अग्रहरि को अंगवस्त्र व स्मृति चिन्ह देकर टीम सहित सम्मानित किया गया। गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में भागीदारी करने वाले विख्यात चित्रकार अजय सरकार ने बिना ब्रश और अन्य उपकरणों के नाखूनों से गंगाघाटों की पेंटिंग बनाकर सभी को आश्चर्यचकित कर दिया।

ध्वनि विस्तारक यंत्र के माध्यम से गंगा स्वच्छता के लिए आमजन से आह्वान करते हुए धरोहरों को सहेजने के उद्देश्य से पैदल चलके देखो पोस्टर का लोकार्पण किया। इस दौरान फोटाग्राफी कांटेस्ट में पुरस्कृत लोगों को सम्मानित किया गया। नमामि गंगे की ओर से अभिषेख भट्टाचार्य को पीतल के पात्र में गंगाजल व गंगामिट्टी भेंट की गई।

 

टीम ने काशी के घाटों सहित विश्वनाथ मंदिर, भारत माता मंदिर, सारनाथ का भ्रमण भी किया। जनवरी में अगले पड़ाव नेपाल के लुम्बनी जाएंगे। कार्यक्रम में मुख्य रूप से राणा प्रताप सिंह, अभिजीत कुमार, अरुण दुबे, डीके पांडेय, रामप्रकाश जायसवाल, रश्मि साहू, जय विश्वकर्मा, शिवांगी पांडेय, रेनू आचार्य, भावना गुप्ता, उत्कर्ष, पूर्णिमा जायसवाल, प्रवीण, चांदनी विश्वकर्मा, रश्मि जायसवाल, रतन साहू, सृष्टि, देवांशु आदि रहे।