काशी विद्यापीठ : 1500 छात्र-छात्राओं की री-काउंसलिंग, बताने होंगे विषय 

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ से संबद्ध महाविद्यालयों में एडमिशन ले चुके 1500 छात्र-छात्राओं को री-काउंसलिंग करानी होगी। स्नातक स्तर पर दो मेजर और एक माइनर विषय लेने का प्रावधान बनाया गया है। विद्यार्थियों को री-काउंसलिंग में विषय बताने होंगे। 
 

वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ से संबद्ध महाविद्यालयों में एडमिशन ले चुके 1500 छात्र-छात्राओं को री-काउंसलिंग करानी होगी। स्नातक स्तर पर दो मेजर और एक माइनर विषय लेने का प्रावधान बनाया गया है। विद्यार्थियों को री-काउंसलिंग में विषय बताने होंगे। 


इन छात्र-छात्राओं को पहले तीन मेजर विषयों के आधार पर दाखिला दिया गया था। काशी विद्यापीठ की प्रवेश समिति की बैठक में नई शिक्षा नीति के तहत स्नातक में तीन के बजाय दो मेजर विषयों की पढ़ाई पर मुहर लगी। इसके साथ एक माइनर विषय रखना होगा।


काशी विद्यापीठ के मुख्य कैंपस में सत्र 2024-25 के लिए स्नातक और स्नातकोत्तर कक्षाओं में अभी नए प्रवेश नहीं हो पाए हैं। यहां प्रवेश प्रक्रिया चल रही है, मगर काशी विद्यापीठ के गंगापुर परिसर और इससे संबद्ध महाविद्यालयों ने प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर दी है। 


गंगापुर परिसर ने जहां 1800 सीटों के मुकाबले 220 एडमिशन कर लिया है, वहीं श्री अग्रसेन कन्या पीजी कॉलेज ने 500 नए एडमिशन किए हैं। इसी तरह जगतपुर पीजी कॉलेज ने लगभग 800 दाखिले ले लिए हैं। लेकिन, ये सभी दाखिले पुरानी व्यवस्था के तहत हुए हैं, जिनमें छात्र-छात्राओं को तीन विषय लेकर पढ़ाई करनी थी।  इसके अलावा अग्रसेन कन्या पीजी कालेज, जगतपुर पीजी काले व अन्य महाविद्यालयों में भी विद्यार्थियों का प्रवेश लिया गया है।